विजीटर वीजा लेकर भारत में ऐसी सऊदी अरब के रियाल का उपयोग करके शहरीजनों के साथ धोखाधड़ी करती गैंग के ४ साथियों को शहर पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है । यह गैंग कागज के खाली बंडलों पर असली २-३ रियाल रखकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करते थे । पुलिस ने उनके पास से १०० रियाल की १ नोट, रुपिया २७,७०० नकद, विभिन्न कंपनी के ३६ सीमकार्ड सहित का मालसामान कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू की गई है । इस घटना के बाद यह गैंग को गिरफ्तार करने के लिए दो दिन पहले शहर पीसीबी शाखा का चार्ज लेनेवाले इंचार्ज पीआई एचएम. व्यास ने अपने स्टाफ को काम में लगाया है । इस दौरान पीसीबी को धोखाधड़ी कर रहे गैंग वासणा रोड पर स्थित पंचमुखी हनुमानजी मंदिर के पास आनेवाले है ऐसी जानकारी मिली है । इस जानकारी के आधार पर निगरानी रखी गई थी । इस दौरान निगरानी में लगायी गई जानकारी के आधार पर बांग्लादेशी गैंग के ४ साथी मोहंमद मुशरफ लेशको मुतबर, असलम नुरूद्दीन अकोन महेन्द्रोडी, रोनी शोहराम मुन्सी और नुरजमाल मोहंमद जोइनल मुल्ला को गिरफ्तार किया गया था । यह गैंग के पास से पुलिस ने १०० रियाल की १ नोट, भारतीय रुपये २७,७००, सीमकार्ड, ४ पासपोर्ट, मोबाइल फोन आदि मालसामान कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू की गई है । पीसीबी की प्राथमिक जांच में बांग्लादेशी की यह गैंग विजीटर वीजा लेकर भारत में बस में आयी थी । कोलकत्ता, दिल्ली, बेंगलुरु, सूरत और बडौदा जैसे बड़े शहरों में जाते थे और लोगों के साथ धोखाधड़ी करते थे । पीआई एचएम. व्यास ने बताया है कि यह गैंग ने गुजरात के कई शहरों में धोखाधड़ी की गई हो इसके इन्कार नहीं किया जा सकता है । गैंग के फरार हुए सिंकदर नाम के अन्य एक साथी की खोजबीन चल रही है । गैंग की पूछताछ में अभी चौंकानेवाली जानकारी सामने आये ऐसी संभावना है ।