प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात के ३७वें संस्करण में दिवाली के बाद मनाए जाने वाले महापर्व छठ की देश के लोगों को शुभकामनाएं दी । इस दौरान पीएम ने मन की बात को लेकर कहा इस कार्यक्रम की सरहना भी होती है और आलोचना भी, लेकिन इसके प्रभाव को देखने के बाद उनका विश्वास दृढ हो जाता है । पीएम ने इस दौरान अपने भाषण में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, इंदिरा गांधी समेत कई महान हस्तियों को याद किया । पीएम ने बताया कि हर बार जयंती के मौके पर वह खादी के लिए वकालत करते हैं । इसे लेकर अब परिणाम भी आने लगे हैं । पीएम ने कहा, जो आंकड़े मैं आपको दे रहा हूं उन्हे जानकर आपको हैरानी होगी कि इस बार १७ अक्टूबर को धनतेसर के दिन दिल्ली के खादी ग्रामोद्याग स्टोर में लगभग १ करोड़ २० लाख रुपये की रेकॉर्ड बिक्री हुई है । एक ही स्टोर में इस स्तर पर बिक्री होना वाकई संतोष देता है । पीएम ने बताया दिवाली के दौरान खादी गिफ्ट कूपन की बिक्री में करीब करीब ६८० प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है । खादी और हेंडीक्राफ्ट की कुल बिक्री में पिछले वर्ष से, इस वर्ष करीब ९० प्रतिशत वृद्धि देखने को मिली है । यह दिखता है कि आज युवा, बड़़े-बूढ़े, महिलाएं, हर आयु वर्ग के लोग खादी और हैंडलूम को पसंद कर रहे है । पीएम ने कहा, मैं कल्पना कर सकता हूं कि इससे कितने बुनकर परिवारों को गरीब परिवारो को, हथकरधा पर काम करने वाले पिरवारों को, कितना लाभ मिला होगा, पहले खादी, खादी फॉर नेशन था और हमने खादी फॉर फैशन की बात कही थी, लेकिन पिछले कुछ समय से मैं अनुभव से कह सकता हूं कि खादी फॉर नेशन और खादी फॉर फैशन के बाद अब खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन की जगह ले रहा है । पीएम ने कहा, मुझे एक बार फिर सीमा पर तैनात हमारे जाबांज सुरक्षाबलो के साथ दिवाली मनाने का सौभाग्य मिला, इस बार जम्मु-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सुरक्षाबलो के साथ दिवाली मनाना मेरे लिए अविस्मरणीय रहा । सीमा पर जिन कठिन और विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए हमारे सुरक्षाबल देश की रखवाली करते है उस संघर्ष, समर्पण और त्याग के लिए, मैं सभी देशवासियों की तरफ से हमारे सुरक्षाबल के हर जवानों का आदर करता हूं ।