पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार देश में अरबों डालर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रहे चीनी संस्थानों एवं नागरिकों को उच्च स्तर की सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है ।
कराची विश्वविद्यालय में गत २६ अप्रैल को हुए आत्मघाती हमले में तीन चीनी शिक्षकों के मारे जाने के बाद से चीन अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है । पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर एक वर्ष में यह तीसरा आतंकी हमला था ।
चीन के विदेशी सुरक्षा आयुक्त चेंग गुओपिंग की अगुआई वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत में शरीफ ने पाकिस्तान की विदेश नीति में चीन के महत्व को रेखांकित किया और सदाबहार रणनीतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने के सरकार के संकल्प को दोहराया ।
शहबाज ने कराची हमले की गहन जांच करने के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई । उन्होंने कहा कि हमले की साजिश रचने वालों को गिरफ्तार कर अदालत के कठघरे में पहुंचाया जाएगा । गत २६ अप्रैल को कराची विश्वविद्यालय में एक महिला आत्मघाती हमलावर ने हमले को अंजाम दिया था ।
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी चीनी स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी के निमंत्रण पर शनिवार को अपनी पहली दो दिवसीय चीन यात्रा पर जाने वाले हैं । पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार और वरिष्ठ अधिकारी विदेश मंत्री के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे ।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि दोनों नेता पाकिस्तान और चीन के बीच मजबूत व्यापार और आर्थिक सहयोग पर विशष ध्यान देने के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे । दोनों नेताओं के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (ष्टक्कश्वष्ट) से संबंधित घटनाक्रमों पर भी चर्चा करने की उम्मीद है, जो हाल ही में लड़खड़ाती पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के कारण कई बाधाओं का सामना कर रहा है ।