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पार्टी ने उनकी ट्रोलिंग के लिए मैसेज सर्कुलेट करवाए: दिव्या स्पंदना

कर्नाटक के मांड्या से पूर्व सांसद दिव्या स्पंदना ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें ट्रोल कराने के लिए अपने नेताओं और वॉलेंर्टियस को मैसेज सर्कुलेट किए हैं। सबूत में कुछ स्क्रीनशॉट भी शयर किए हैं। स्पंदना एक्ट्रेस और कांग्रेस की पूर्व सोशल मीडिया हेड रही हैं।
दिव्या ने जो स्क्रीन शॉट शयर किए हैं, वे कन्नड़ और अंग्रेजी में हैं । इनमें लिखा है- इतने सालों में तुम कहां थीं, क्या तुम्हारे पास अंबरीश के अंतिम संस्कार में शामिल होने का भी समय नहीं था? तुम अब क्यों जाग रही हो? क्या आप मांड्या के वोटर्स को बता सकती हैं? ओह माय गॉड, देखो कौन जिंदा है और कह रहा है कि पार्टी को किस बारे में बात करनी चाहिए । क्या आराम का वक्त पूरा हो गया या फिर आज ही नींद खुली है और सोचा कि आज ट्‌वीट करने का मन है ।रदिव्या से जिस अंबरीश के बारे में सवाल किया जा रहा है दरअसल वह कर्नाटक के बागी कांग्रेस नेता थे, जिनका २०१८ में निधन हो गया था । उनकी पत्नी सुमलता, दिव्या की पूर्व सीट मांड्या से सांसद हैं ।
जब दिव्या को इस बात का पता चला कि उन्हें ट्रोल करवाने मैसेज पहले से तैयार कर लिए गए हैं तो उन्होंने लिखा- अॉफिस ने इन मैसेज को कांग्रेस नेताओं और वॉलेंर्टियस को भेजा है और मुझ ट्रोल करने के लिए कहा है । मैं कहना चाहूंगी कि आप खुद को तकलीफ न दें । ये काम मैं ही कर लूंगी ।
इसके बाद दिव्या ने स्क्रीनशॉट की सीरीज शयर की है । जिसमें उन्होंने राहुल गांधी की टीम के सदस्य और कर्नाटक कांग्रेस के एक्स सोशल मीडिया हेड शिवकुमार और कांग्रेस के श्रीवत्स वाईबी को टैग किया है ।
मामला तब शुरू हुआ जब दिव्या ने एक जर्नलिस्ट के ट्‌वीट को शयर किया और लिखा- सभी पार्टियों के लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, समारोह में जाते हैं, कुछ परिवारों में शादी भी कर लेते हैं- मुझ आश्चर्य है कि डीके शिवकुमार एमबी पाटिल के बारे में ऐसा कहेंगे जो एक कट्टर कांग्रेसी हैं । क्या पार्टी को एक इकाई के रूप में चुनाव नहीं लड़ना चाहिए?
जर्नलिस्ट ने अपने ट्‌वीट में लिखा था- डीके शिवकुमार का आरोप है कि उच्च शिक्षा मंत्री अश्वथनारायण ने पीएसआई भर्ती घोटाले से सुरक्षा के लिए पार्टी के मजबूत नेता एमबी पाटिल से मुलाकात की है । हालांकि पाटिल और अश्वथ इससे इनकार कर रहे हैं । कुछ कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि डीकेएस को अपने ही वरिष्ठ सहयोगी पर आरोप लगाते हुए ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था ।
२०१९ के लोकसभा चुनाव के बाद दिव्या स्पंदना ने कांग्रेस सोशल मीडिया हेड का पद छोड़ दिया और राजनीति से ब्रेक ले लिया । उन्होंने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्‌स को डिलीट करके इस फैसले के बारे में बताया था । तब से स्पंदना पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल नहीं हुई हैं, हालांकि वे सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं । उनकी जगह रोहन गुप्ता को पार्टी के सोशल मीडिया प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था ।
एक ट्‌वीट में दिव्या ने कांग्रेस छोड़ने के बाद हुई ट्रोलिंग पर सफाई देते हुए कहा कि- पार्टी छोड़ने के बाद कन्नड़ चैनलों में खबर चली कि मैंने कांग्रेस छोड़ने के ८ करोड़ रुपए लिए और भाग गई । मैं भागी नहीं थी, मैंने निजी कारणों से रिजाइन किया था । मैंने ८ करोड़ के लिए पार्टी नहीं छोड़ी थी, मेरी गलती थी कि मैं चुप रही ।हालांकि, इस सीरीज के एक और ट्‌वीट में उन्होंने लिखा है- केसी वेणुगोपाल से अनुरोध है कि जब भी आप कर्नाटक में हों, तो कृपया मीडिया को इसके बारे में बता दें । आप मेरे लिए कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं, ताकि मुझ जीवन भर इन गालियों और ट्रोलिंग के साथ न जीना पड़े ।

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