गांधीनगर में हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने 10 प्रतिशत आरक्षण पर मुहर लगाई। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि मेडिकल व पैरामेडिकल की राज्य में 31890 सीटें हैं सरकार ने इनमें 6809 सीटों की बढोतरी की है। आरक्षण को लेके पहले से ही देश में तनाव भरी परिस्थिति देखी जा रही थी। कोई समाज के लिए आरक्षण मांग रहा है तो कोई नौकरी व पढाई के लिए आरक्षण की मांग कर रहा है। लेकिन गुजरात में पाटीदारों ने समाज के हित के लिए आरक्षण को लेके आंदोलन किये उस वक्त पाटीदोरों की एक ही मांग थी या तो हमें भी आरक्षण दो या फिर आरक्षण प्रथा खत्म करो। लेकिन यहां पर आरक्षण घोषित करने वाला गुजरात राज्य आज देश में पहला राज्य बन गया है।
गुजरात में इंजीनियरिंग मेडिकल कॉलेज की सीटों में हर वर्ष प्रोब्लेम होती थी लेकिन ईस बार गुजरात के उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने बताया कि राज्य में मेडिकल की 4350 सीटें है जिसमें 914 सीटों की बढ़ोतरी की गई है, डेंटल की 1140 सीटों में 220 सीट, आयुर्वेद की 1780 सीटों में 335 सीट की बढ़ोतरी की गई है। इसी तरह होम्योपैथी में 635 सीट, नर्सिंग में 3735, फिजियोथैरेपी में 900 तथा अन्य पैरामेडिकल कोर्स में 70 सीट की बढ़ोतरी की गई है। मेडिकल की कुल 31890 सीट थी जिसमें 6809 सीट की बढ़ोतरी की गई है। राज्य में अब इस वर्ग की 38699 सीटें हो गई है। इसी तरह सरकार ने इंजीनियरिंग की सीटों में 38607 सीट की बढोतरी की है जबकि फार्मेसी 1676 सीट तथा आर्किटेक्ट, MBA, NCA 4247 की सीटों में बढ़ोतरी की गई।
फिलहाल गुजरात सरकार के ईस फेसले से कई लोगों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है, केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े व आरक्षण से वंचित वर्ग के लिए 10 फीसद आरक्षण को लागू करने के साथ ही गुजरात सरकार ने मेडिकल व पैरामेडिकल की सीटों में भी 7 हजार की बढ़ोतरी की है। उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने बताया कि आठ लाख रुपए वार्षिक से कम आय तथा किसी भी तरह के आरक्षण का लाभ नहीं लेने वाले परिवार के सदस्यों को इस आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। उच्च शिक्षा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण लागू करने वाला गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि हमने मंत्रिमंडल की बैठक में इसकी घोषणा की है कि चालू शैक्षणिक सत्र से ही इस वर्ग के बच्चों को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा और गत 28 मई को ही केंद्र ने अमरेली में मेडिकल कॉलेज की मान्यता दे दी है,चालू सत्र से ही इसमें 150 सीट पर प्रवेश दिया जायेगा।