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शिक्षा

कक्षा-१२ सायन्स का ८१.८९ प्रतिशत परिणामः५८९ को ए१ ग्रेड

गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा मार्च में ली गई कक्षा-१२ विज्ञान प्रवाह सेमेस्टर चार का परिणाम आज घोषित किया गया हैं । जो ८१.८९ प्रतिशत जारी किया गया था । मार्च महिने में विज्ञान प्रवाह के चौथे सेमेस्टर में राज्य में कुल १३८७२७ विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी । जिसमें से ११३५९८ विद्यार्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया हैं । ९८.७७ प्रतिशत के साथ गोंडल सबसे अधिक परिणाम वाला केन्द्र बन गया हैं । खास बात यह है कि पिछले साल गोंडल ही सबसे अधिक परिणाम वाला केन्द्र रहा था । लगातार दूसरे साल सबसे अधिक परिणाम वाला केन्द्र रहा हैं । सिलवासा ३९.०९ प्रतिशत परिणाम के साथ सबसे कम परिणाम वाला केन्द्र रहा हैं । जबकि सबसे अधिक परिणाम वाला जिला बोटाद रहा हैं। बोटाद का परिणाम ९४.०२ प्रतिशत दर्ज किया गया हैं । सबसे कम परिणाम वाला जिला छोटा उदेपुर रहा हैं ।उसका परिणाम ५१.५४ प्रतिशत रहा था । इस बार १०० प्रतिशत परिणाम वाली स्कुलों की संख्या ११८ दर्ज की गई हैं । इसी तरह से कक्षा-१२ विज्ञान प्रवाह में १० प्रतिशत कम परिणाम वाली स्कुलों की संख्या ४४ दर्ज की गई हैं । अंदाज अनुसार इस बार गुजराती माध्यम की तुलना में अंग्रेजी माध्यम का परिणाम अधिक दर्ज किया गया हैं । अंग्रेजी माध्यम का परिणाम ८४.८७ प्रतिशत रहा हैं । जबकि गुजराती माध्यम के विद्यार्थियों का परिणाम ८१.६१ प्रतिशत रहा हैं । गुजरात के शिक्षा मंत्री भुपेन्द्रसिंह चुडासमा ने सुबह १० बजे के निकट गांधीनगर में परिणाम की आधिकारिक घोषणा की थी । उल्लेखनीय हैं कि कक्षा-१० और कक्षा-१२ की बोर्ड परीक्षा १५ मार्च से शुरु हुई थी । उल्लेखनीय है कि, राज्य सरकार ने वर्ष २०१४ से इस प्रकार की आधुनिक इलेक्ट्रोनिक्स सर्वेलन्स टेकनोलोजी का उपयोग करके कक्षा-१० और १२ की परीक्षा में अनियमितता रोकने के लिए पहले के वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय सफलता मिली है । उल्लेखनीय है कि, बोर्ड की परीक्षा में इलेक्ट्रोनिक्स सर्वेलन्स पद्धति के सफल उपयोग के लिए नई दिल्ली की स्कोच संस्था द्वारा राष्ट्रीय स्तर का लगातार दो वर्ष अवार्ड भी मिला है । इस प्रकार की पद्धति का उपयोग करनेवाला गुजरात देश में सिर्फएक राज्य है । शिक्षामंत्री भूपेन्द्रसिंह चुडासमा ने आज सेक्टर-१५ गांधीनगर में गुजरात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित इलेक्ट्रोनिक्स सर्वेलन्स सेन्टर की मुलाकात लेकर १५०७ वर्गखंडों में टेबलेट द्वारा लाइव मोनिटरीग की प्रक्रिया को देखा था । इस अवसर पर भूपेन्द्रसिंह चुडासमा ने बताया है कि, राज्य सरकार ने अपनायी यह आधुनिक टेकनोलोजी के कारण परीक्षा में अनियमितता को रोकने में सफलता मिली है इसके साथ-साथ परीक्षा की विश्वसनीयता भी खड़ी हुई है इसके अलावा परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिकता सामने आयी है ।

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