पाकिस्तान की अदालत ने एक तरफ बुधवार को खूंखार आतंकी सरगना हाफिज सईद की रिहाई का आदेश दिया तो दुसरी तरफ पाक से निर्वासित बलूच नेता की शरण की अर्जी को स्विट्जलैंड़ ने खारिज कर दिया । यह दोनों फैसले एक ही दिन आए । एक तरफ पाक में बैठकर भारत में दहशतगर्मी फैलाने वाले आतंकी को रिहा कर दिया गया तो बलूचों के अधिकारी के लिए लड़ रहे बलूच रिपब्लिकन पार्टी के नेता ब्रह्मदाग बुगती की शरण की याचिका खारिज हो गई । भारत के लिए हाफिज सईद की रिहाई का फैसला चिंता का सबब हो सकता है । ब्रह्मदाग बुगती ने इसी साल जनवरी में भारत से भी शरण की मांग की थी । लेकिन, भारत ने पाकिस्तान में नए सेनाध्यक्ष चुने जाने के बाद संबंधो में सुधार की उम्मीद से उनकी अर्जी पर विचार नहीं किया था । लेकिन, आज के दौर में पाकिस्तान के साथ संबंधो में सुधार होने की बजाय अपने निचले स्तर पर है । ऐसे में यह सवाल उठता है क्या भारत सईद की रिहाई के जवाब में बलुच रिपब्लिकन पार्टी के नेता ब्रह्मराग बुगती को शरण देने का फैसला कर सकता है । स्विट्जलैंड की और से अपनी शरण की अर्जी को खारिज किए जाने के बाद बुगती ने ट्वीट किया, मैं अब भी ुपाकिस्तान में मोस्ट वोन्टेड हूं और सईद जैसे आतंकियों को रिहा ही नहीं किया जा रहा है, बल्कि पाक की सेना उनकी सुरक्षा भी कर रही है । हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र की और से वैश्विक आतंकी घोषित किया गया है । अमेरिका ने उस पर ६४ करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया है । यही नहीं वह २००८ के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है ।
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