रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते जम्मू कश्मीर मे घुसपैठ करने के प्रयासों को बढ़ाया हैं लेकिन बड़े स्तर पर हमारे जवानों ने इन कोशिशों को नाकाम किया हैं । रक्षा मंत्री ने लोकसभा में कहा कि घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के क्रम में पाकिस्तान के जवान बड़ी तादाद में हताहत हुए हैं । उन्होंने कहा कि पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का वर्चस्व है और सीमापार से घुसपैठ को रोकने के लिए सभी तरह के कदम उठाए जा रहे हैं । लोकसभा में भैरो प्रसाद मिश्र तके पूरक प्रश्न के जवाब मंे जेटली ने कहा कि आज नियंत्रण रेखा को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए जवान तैनात हैं और पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का पूरी तरह प्रभाव और प्रभुत्व हैं । सीमा पार से घुसपैठ रोकने के लिए सभी तरह के कदम उठाए गए हैं । इसी वजह से सेना जम्मू कश्मीर के साथ पंजाब में भी घुसपैठ की कोशिशों को रोकने में पूरी तरह कामयाब रही हैं । उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले कुछ समय में घुसपैठ की कोशिशों को तेज कर दिया हैं । जेटली के अनुसार सुरक्षा बलों की कड़ी मुस्तैदी की वजह से घुसपैठ की तमाम कोशिशों को नाकाम किया गया हैं और इनमें कमी आई हैं उन्होंने बताया कि इस साल एक अगस्त तक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के २८५ मामले सामने आए हैं । २०१६ में एलओसी पर इस तरह के २२८ मामले सामने आए थे और ८ जवानों की जान गई थी । रक्षामंत्री ने कहा कि सीमा के उस ओर भी लोगों के बड़ी संख्या में हताहत होने के मामले सामने आए । जेटली ने बताया कि बीएसएफ की सुरक्षा वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिछले साल संघर्ष विराम उल्लंघन के २२१ मामले सामने आए थे ।