नॉर्थ कोरिया ने रविवार को एक सबमरीन से दो स्ट्रैटेजिक क्रूज मिसाइलें दागीं। इसकी जानकारी सोमवार को खुद नॉर्थ कोरिया की स्टेट न्यूज एजेंसी KCNA ने दी है।
स्ट्रैटेजिक का इस्तेमाल उन हथियारों के लिए किया जाता है जिनमें न्यूक्लियर कैपिबिलिटी होती हैं। ये क्रूज मिसाइलें साउथ कोरिया और अमेरिका के जॉइंट मिलिट्री ड्रिल से एक दिन पहले फायर की गई हैं।
KCNA ने कहा कि मिसाइल लॉन्च कर हमने खुद को US और उसकी कठपुतली साउथ कोरिया से पनप रहे खतरे से बचाया है। दोनों मिसाइलें “8.24 योंगुंग” नाम की सबमरीन से दागीं गई थी। जिन्होंने 1500 किलो मीटर की दूरी तय की।
साउथ कोरिया ने बताया कि नॉर्थ कोरिया के इस टेस्ट के दौरान मिलिट्री और इंटेलिजेंस एजेंसी को हाई अलर्ट पर रखा गया था। साथ ही US के साथ इन मिसाइल टेस्ट की बारीकियों की जांच की जा रही है।
दरअसल, आज से ही साउथ-कोरिया और अमेरिका अपनी जॉइंट मिलिट्री ड्रिल को शुरू करने वाले हैं। जिसे पिछले 5 साल की सबसे बड़ी ड्रिल बताया जा रहा है। इस ड्रिल को ‘फ्रीडम शील्ड’ नाम दिया गया है। दोनों देशों ने साल 2018 में नॉर्थ कोरिया से शांति वार्ता शुरू करने के दौरान इस तरह की ड्रिल्स को बंद कर दिया था।
तीन दिन पहले यानी 9 मार्च को ही नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपनी सेना को असली जंग के लिए मिलिट्री ड्रिल तेज करने का आदेश दिया था। इस दौरान भी 6 मिसाइलों का परीक्षण किया था। इस परीक्षण की तस्वीरें शुक्रवार को सामने आईं।
तस्वीरों में किम जोंग अपनी बेटी के साथ नजर आए। इस दौरान कई सीनियर मिलिट्री ऑफिसर्स मौजूद रहे। तस्वीरें कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने जारी की हैं। इसमें किम जोंग और उनकी बेटी दोनों ही ब्लैक जैकेट पहने दिखे।
संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक हथियारों की टेस्टिंग को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। आसान शब्दों में कहें तो नॉर्थ कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण नहीं कर सकता है। इसके बावजूद लगातार मिसाइल टेस्ट किए जा रहे हैं।