केंद्रीय चुनाव आयोग ने तारीख १० नवंबर को आखरी मतदाता सूची जारी की है जिसमं इस बार कुल ४,९०,८९,७६५ मतदाता रजिस्टर्ड हुए हैं । जिसमं से २.३७ करोड़ से ज्यादा महिला मतदाता है । २०१७ की अपेक्षा इस बार महिला मतदाताओं की संख्या ३० लाख बढ़ी है । महंगाई बढ़ने पर रसोई का बजट ठप होने पर कीमत वृद्धि से और महिला सुरक्षा मुद्दे पर परेशान हुई महिलाएं इस बार मतदान मं कितना उत्साह रखती है यह सवाल है । खाली सभाएं और उदासीन प्रचार से कम मतदान की अटकलें लग रही है । इसमं भी महिलाएं ऐसे माहौल मं क्या करती है इस पर सभी की नजर है । गत चुनाव मं २०१७ मं गुजरात मं औसत ६८.४१ फीसदी मतदान हुआ था । जिसमं महिलाओं का मतदान ६६.०९ फीसदी और पुरूषों का मतदान ७०.५४ फीसदी था । र्सिफ दो ही जिला वलसाड और डांग मं पुरूष की अपेक्षा महिलाओं का मतदान ज्यादा था । हालांकि हर चुनाव के समय मतदान जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित होता, लेकिन इसकी वजह से मतदान अपेक्षा के अनुसार नहीं होता है । एमएस यूनिवर्सिटी मं महिलाओं के लिए मतदाता जागरूकता सम्मलन का जिला चुनाव प्रशासन द्वारा आयोजन हुआ था । लोगों को लोकतंत्र, इसमं मतदान और नागरिकों की भूमिका मामले मं अच्छी खबर होने पर भी इसके प्रति उदासीन रवैया रहता है । इतना ही नहीं मतदान करने का टाल देते है । गत चुनाव मं वडोदरा शहर की सीटों की अपेक्षा वडोदरा ग्रामीण मं स्थित विधानसभा सीटों पर ज्यादा मतदान हुआ था । कन्या शिक्षा जितना ही महत्व का है, महिलाओं द्वारा होता मतदान । मतदान करके महिलाएं अपने बच्चों मं लोकतंत्र के गुण का सिंचन करे इस पर यह सम्मलन मं जोर दिया गया ।
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