केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के १८वें स्थापना दिवस में शामिल होंगे । राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण दिवस २८ सितंबर को है । गृहमंत्री इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे । इस दौरान अमित शाह एनडीएमए अधिकारियों और अन्य लोगों को संबोधित करेंगे । एनडीएमए के इस खास मौके पर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला भी मौजूद रहेंगे ।
२३ दिसंबर, २००५ को भारत सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू किया था । इसे प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और संबंधित मुख्यमंत्रियों की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के र्निमाण की परिकल्पना की गई थी । भारत में आपदा प्रबंधन का काम एक समग्र और एकीकृत दृष्टिकोण का नेतृत्व और कार्यान्वयन करना है । भारत में आपदा प्रबंधन के लिए शीर्ष निकाय भी है ।
एनडीएमए आपदा प्रबंधन के लिए नीतियों, योजनाओं और दिशा-र्निदेशों को र्निधारित करने के लिए अनिवार्य है ताकि आपदाओं के लिए समय पर और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके ।
एनडीएमए की विभिन्न जिम्मेदारियों में आपदा प्रबंधन पर नीतियां बनाना, राष्ट्रीय योजना को मंजूरी, राष्ट्रीय योजना के अनुसार भारत सरकार के मंत्रालयों या विभागों द्वारा तैयार की गई योजनाओं को मंजूरी देना है । इसमें राज्य योजना तैयार करने में राज्य के अधिकारियों द्वारा पालन किए जाने वाले दिशा-र्निदेशों को र्निधारित करना है । भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों या विभागों द्वारा अपनी विकास योजनाओं और परियोजनाओं में आपदा की रोकथाम या इसके प्रभावों को कम करने के उपायों को एकीकृत करने के उद्देश्य से दिशा-र्निदेश र्निधारित करना भी शामिल है ।
गौरतलब है कि एनडीएमए क्षमता र्निमाण के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के साथ मिलकर काम करता है । यह व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है और आपदा प्रबंधन के लिए समय-समय पर एक्सरसाइज (अभ्यास) आयोजित करता है । एनडीएमए राज्य और स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठों को प्रशिक्षित भी करता है ।
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