इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने ये साफ कर दिया है कि अगर उनकी फिटनेस अच्छी रही तो वह एशेज दौरे पर ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए बेताब हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि हमें इस पर भी नजर रखनी होगी कि वहां किस तरह की पाबंदियां रहेंगी। इस बात का अंदेशा है कि ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 को लेकर बनाए गए कड़े प्रोटोकॉल की वजह से कई खिलाड़ी इस दौरे से अपना नाम वापस ले सकते हैं।
ब्रॉड चूंकि सिर्फ एक ही फॉर्मेट में खेलते हैं इसलिए वह इस दौरे पर ज़रूर जाना चाहेंगे, साथ ही इस बात की उम्मीद की जा रही है कि अगर जो रूट समेत कई सीनियर खिलाड़ियों ने इस दौरे से नाम वापस ले लिया तो ब्रॉड को कप्तानी की जिम्मेदारी भी मिल सकती है। ब्रॉड ने कहा, ‘अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं यही कहूंगा कि नवंबर में ऑस्ट्रेलिया की उड़ान भरने वाली फ्लाइट में मैं मौजूद रहना चाहूंगा। मैं इसके लिए खुद को फिट रखने की पूरी कोशिश में जुटा हूं, मैं आश्वस्त हूं कि इंग्लैंड की टीम इस दौरे पर 100 फीससदी जाएगी।
एशेज दौरे के लिए दल के चयन में अब करीब दो ही हफ्तों का समय बचा है और इसके लिए हम सब बेकरार हैं।’ इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बीच लगातार इस मुद्दे पर बातचीत जारी है और इस बात की उम्मीद की जा रही है कि नवंबर तक इन पाबंदियों में ढील दे दी जाएगी।ब्रॉड ने कहा, ‘ईसीबी हमें लगातार हर उन अपडेट की जानकारी दे रहा है जो उन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिल रही है। हालांकि ये हमारे लिए भी चुनौती होगी कि हम वहां किस तरह रहेंगे।’
पहले 14 दिनों का क्वारंटीन पीरियड ही बड़ा मुद्दा है, जिसको लेकर ये बात चल रही है कि दल को गोल्ड कोस्ट में आजादी के साथ रखा जाए। हाल ही में भारतीय महिला दल और ज़्यादातर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़यिों को मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ से पहले ब्रिसबेन में दो हफ़्तों तक क्वारंटीन रहना पड़ा था। उन्होंने कहा ,’इस समय जो हालात ऑस्ट्रेलिया में हैं, उसमें वहां के नागरिकों को भी अपने देश में आने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हम ऐसा सोच भी नहीं सकते कि बिना क्वारंटीन हुए हम वहां रहेंगे, क्योंकि पूरा विश्व इस समय इन्हीं परिस्थितियों से जूझ रहा है।’
एक संभावना ये जरूर है कि अगर दल के सभी सदस्य वैक्सीनेशन के दोनों डोज़ लेने के बाद वहां जाएं तो शायद क्वारंटीन के पीरियड में कोई कमी हो, लेकिन वहां की सरकार ने जो 14 दिनों के क्वारंटीन का नियम बना रखा है उसमें क्या वह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़यिों को ढील देंगे? या कोई बदलाव करेंगे, ये देखना दिलचस्प होगा।