अहमदाबाद शहर में विभिन्न इलाकों में स्थित ६० से अधिक बस स्टेन्ड पर शटल रिक्शा, स्कूटर, बाइक, कार जैसे वाहनों को हटाने दी गई कड़ी सूचना के बाद अब एएमटीएस तंत्र द्वारा इस मामले में ऐसे अतिक्रमण से भरे बस स्टेन्ड की फिर से सूची तैयार की जाएगी । मिली जानकारी के अनुसार गत साल एएमटीएस द्वारा शहर के विजय चार रास्ते से लेकर गुजरात युनिवर्सिटी तक रास्ते पर दोनों तरफ एएमटीएस के बस स्टेन्ड से इस तरह के अतिक्रमण को हटाने के लिए खास अभियान शुरु किया गया था । लेकिन उस समय तंत्र द्वारा वाहनों को लेक करने के लिए लोक खरीदने और वहीवटी चार्ज वसूल करने के लिए रसीदबुक भी तैयार की गई थी । लेकिन प्रतिदिन वाहन चालकों के साथ घर्षण में उतरने की घटनाएं और पुलिस का सहकार नहीं मिलने के कारण १५ दिन बाद यह योजना पर कार्य बंद कर दिया गया था । इसके साथ ही एएमटीएस के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अपनी जिम्मेदारी में से हाथ उचे कर लेने पर बस स्टेन्ड के अंदर के हिस्से में तथा बस सटेन्ड के आगे पार्किग करना गैरकानूनी होने के बोर्ड लगाकर कार्य पूरा कर दिया गया था । दूसरी तरफ गत स्टेन्डिंग कमिटी की बैठक में यह मामला उग्रता के साथ चर्चा में था । जिसमें खुद चेयरमेन को कहना पड़ा था कि एएमटीएस को भारी नुकसान हो रहा हैं । इससे एएमटीएस को बाहर निकालने के लिए अतिक्रमण हटाना आवश्यक हैं । मिली जानकारी के अनुसार शहर के लाल दरवाजा तथा कालुपुर, मणीनगर और नवरंगपुरा जैसे मुख्य टर्मिनल में इस तरह के अतिक्रमण देखने मिल रहे हैं । नवरंगपुरा टर्मिनस के पीछे नये मल्टी स्टोरेइड पार्किग गत १ मई के दिन शुरु हुआ होने के बावजूद रोड पर कार पार्क कर दी जाती हैं ।
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