इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला ऐतिहासिक है। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से लगभग चार महाने की पाबंदी के बाद क्रिकेट एक बार फिर से शुरू हुआ है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने कोरोना महामारी की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई है। इस मैच में खिलाड़ी ने गेंद को चमकाने के लिए पसीने का उपयोग करते नजर आए।
कोविड-19 महामारी के कारण गेंद पर लार लगाने की अनुमति नहीं है और ऐसे में इंग्लैंड के गेंदबाज वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में पीठ के पसीने से गेंद को चमका रहे हैं। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, लार पर प्रतिबंध लगने के बाद अब पीठ का पसीना अहम बन गया है। उन्होंने कहा, केवल अपना पसीना हालांकि हम गेंद पर आपस में थोड़ा पसीना मिला रहे हैं। मुझे कुछ जिम्मी और जोफ्रा से मिला। इंग्लैंड के लिए दूसरे दिन का खेल निराशाजनक रहा।
मैच का पहला दिन भले ही बारिश की वजह से अच्छे से खेला ना जा सका हो लेकिन पिछले दो दिनों में वेस्टइंडीज ने शानदार खेल दिखाया है। दूसरे दिन पहले मेजबान टीम को 204 रन पर ऑलआउट किए जिसमें कप्तान जेसन होल्डर के छह और शेनन गैब्रियाल के 4 विकेट शामिल रहे। तीसरे दिन विंडीज टीम ने 318 रन बनाकर 114 रन की बढ़त हासिल की। तीसरे दिन खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने बिना विकेट खोए 15 रन बनाए थे और वेस्टइंडीज के पास 99 रन की बढ़त थी।
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