अगस्त मौद्रिक समीक्षा करते हुए केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने देश में कारोबारी तेजी लाने के लिए रेपो रेट में २५ बेसिस प्वाइंट की कटौती का ऐलान किया हैं । इस कटौती के बाद देश में कर्ज देने के लिए बेस रेट ६ फीसद ी पर पहुंच गया हैं । बाजार के जानकारों को रेपो रेट में हुई इस कटौती की उम्मीद थी । इससे पहले अक्टूबर २०१६ में केन्द्रीय बैंक ने रेपो रेट में कटौती की थी । आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में दो दिन की मौद्रिक समीक्षा में यह फैसला लिया गया । केन्द्रीय बैंक के मुताबिक ६ सदस्यीय मौद्रिक समिति के ४ सदस्यों ने रेपो रेट में २५ बेसिस प्वाइंट की कटौती करने की बात कही । वहीं एक सदस्य ने ५० बेसिंस प्वाइंट कटौती करने के लिए अपना वोट दिया । आरबीआई मौद्रिक नीति समीक्षा से ठीक पहले देश के अग्रणी उद्योग मंडल एसोचैम ने आरबीआई से ब्याज दरों में २५ आधार अंकों की कटौती करने का आग्रह किया । एसोचैम ने हाल ही में सामने आए उन आंकड़ों के मद्देनजर आरबीआई से यह अनुरोध किया है, जिसके अनुसार देश की महंगाई दर पांच वर्षो के दौरान सबसे नीचे रही और फैक्टरी आउटपुट जबरदस्त रहा ।
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