भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना की बबर्रता का करारा जवाब देने के लिए कई विकल्पो पर काम कर रही है । सेना ने सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए सतर्कता बढा दी है और दक्षिण कश्मीर में आतंकियो की तलाश के लिे बडे पैमाने पर तलाशी अभियान शरु कर दिया है । सेना ने ७७८ किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा पर मोर्टार हमले और अन्य ओपरेशन करके पाकिस्तानी सेना पर दबाव बढा दिया है । बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने एक मई को कृष्णा घाटी में सीजफायर का उल्लंघन किया था और दो जवानो के सिर काट लिए थे । गौरतलब है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राईक की घटना के बाद पाकिस्तानी सेना ने इस तरह की बर्बरता तीसरी बार की है । सेना प्रमुख बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा, जब इस तरह की बर्बर घटना होती है तो हम भी जवानी कार्रवाई करते हैं । हम पहले भी ऐसा कर चुके है । लेकिन सेना भविष्य की योजनाओं के बारे में बात नहीं करती है । हम कोई भी जानकारी काम पुरी होने के बाद देते है । सेना के आकलन के अनुसार नियंत्रण रेखा के नजदीक गरीब ५० आतंकी लोन्च पैड है । इसके अलावा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में १५ बडे ट्रेनिंग शिविर भी है । भारतीय खुफिया एजेंसियो ने ५-६ बेट शिविरो की भी जानकारी दी है । ये शिविर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के १०-१२ किलोमीटर अंदर है । बेट में पाकिस्तान सेना के स्पेशल कमांडो भी शामिल है । उधर सेना पहाडो पर बर्फ पिघलने के बाद अब फिर से घुसपैठ की घटनाओं में तेजी आने की आशंका जता रही है । घुसपैठ की इन घटनाओं को पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की मदद से अंजाम दिया जाता है ।
उन्होंने कहा, हाल के दिनो में कुछ बैंको में लुट और कुछ पुलिसवालो की हत्या के बाद इस अभियान को अंजाम दिया जा रहा है । एक अधिकारी ने बताया की हालिया दिनो में कुछ आंतकियो के धुमने का विडियो और तस्वीरें जारी होने के बाद सुरक्षा बल शोपियां के कार्रवाई कर रहे है । उन्होने बताया कि आतंकियो की गतिविधियो को कुंद करने के लिए इस अभियान को शुरु किया गया है ।
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