केन्द्र सरकार द्वारा जारी किया गया १ जुलाई से आखिर में आशंका के बीच जीएसटी लागू हो चुका है । कापड़ बाजार ५ फीसदी जीएसटी हटाने के साथ कानून में रही कई विसंगतता दूर करने की मांग कर रहा है । पहले एक दिन की प्रतीक हड़ताल करने के बाद पिछले सप्ताह में लगातार तीन दिन की हड़ताल की गई थी । हालांकि जीएसटी लागू होने के बाद भी कापड़ बाजार के कोई डीलिवरी के कामकाज नहीं होने पर बाजार का सभी कारोबार ठप हो गया है । बाजार के अग्रणियों के बताये अनुसार शहर के कापड़ बाजार का एक अनुमान के अनुसार १५०० करोड़ से ज्यादा का कारोबार बंद हो गया है । कापड़ बाजार के अग्रणियों के बताये अनुसार अधिकतर कपडे के व्यापारियों ने जीएसटी नंबर संबंधी कार्यवाही नहीं कर सके है तो दूसरी तरफ ट्रान्सपोर्टरों को भी माल की डीलिवरी के लिए आधिकारिक बिल की मांग कर रहे है और इसके कारण बाजार के व्यापारियों का डीलिवरी रूक गई है । अधिकतर व्यापारियों का मत है कि सरकार कापड़ बाजार में खड़ी हुई विसंगतता संबंध में कोई राहत नहीं दे वहां तक डीलिवरी के काम से दूर रहे । इस दौरान सूरत के कापड़ बाजार में दो हिस्सा हो गया है । एक वर्ग अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन कर रहा है तो दूसरा वर्ग व्यापार धंधा चालू रखने का समर्थन कर रहा है । शहर के न्यू क्लोथ मार्केट, मस्कती कापड़ मार्केट, घंटाकर्ण मार्केट, हरिओम मार्केट सहित सभी कापड़ मार्केट के काम ठप है । इस बारे में मस्कती कापड़ मार्केट के प्रेसिडेन्ट गौरांग भगत के बताये अनुसार पिछले एक सप्ताह से कापड़ बाजार के काम बंद है । डीलिवरी के काम नहीं होने के कारण शहर के कापड़ बाजार में हररोज का १५०० करोड़ से ज्यादा का काम ठप हो गया है ।
previous post