चुनाव आयोग ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) से छेडछाड के शक को दूर करने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने का खुला चैलेंज दिया है । आयोग ने इसके लिए रविवार और सोमवार का दिन मुकर्र कर सकता है । बैठक में सात राष्ट्रीय तथा ४८ क्षेत्रीय पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हुए । बैठक में गए दिल्ली के डेप्युटी सीएम मनिष सिसोदिया ने कहा कि वह चुनाव आयोग के चैलेंज का स्वीकार करते हैं । उनकी पार्टी साबित करके दिखाएगी की ईवीएम में छेडछाड हो सकती है । उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस चैलेन्ज में राजनीतिक दलों के साथ साथ आईआईटी जैसे संस्थानों के इंजिनियरों को भी बुलाना चाहिए । बैठक में आयोग ने राजनीतिक दलों को आश्वस्त करने का प्रयास किया कि ईवीएम के साथ छेडछाड नहीं की जा सकती । दिल्ली कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में जनता दल (यूनाइटेड) के नेता केसी त्यागी भी शामिल हुए । हालांकि उन्हें किन्हीं कारणों से बैठक बीच में ही छोडकर निकलना पडा, जिसके बाद उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग के बाद आईआईटी के विशेषज्ञों ने भी राजनीतिक दलों के संदेहों को दूर करने की कोशिश की । देखते हैं, बैठक का क्या नतीजा निकलता है । वहीं राजौरी गार्डन से भाजपा के विधेयाक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की सुरक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी दी और भरोसा लिया कि उनके साथ छेडचाड बिल्कुल नहीं की जा सकती । भाजपा नेता सिरसा के मुताबिक ईवीएम से छेडछाड के संबंध में विभिन्न अदालतों में दायर ३७ मामलों में से ३० पर फैसला आ गया है और सभी इसके पक्ष में आए हैं कि इनके साथ छेडछाड नहीं की जा सकती ।
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