(1) मीठा सा होता है…सफ़र यह जिंदगी का…
बस कड़वाहट तो किसी से ज्यादा उम्मीदें रखने से होती हैं
(2) मृत्यु के बाद शोक प्रकट करने से कहीं ज्यादा बेहतर है, जीवित इंसान को जीने लायक माहोल बना कर देना.
(1) मीठा सा होता है…सफ़र यह जिंदगी का…
बस कड़वाहट तो किसी से ज्यादा उम्मीदें रखने से होती हैं
(2) मृत्यु के बाद शोक प्रकट करने से कहीं ज्यादा बेहतर है, जीवित इंसान को जीने लायक माहोल बना कर देना.