गुजरात चुनाव के नतीजे आने से तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट पहुंची कांग्रेस को झटका लगा है । कोर्ट ने मतगणना में दखल देने से इनकार करते हुए पार्टी की याचिका को खारिज कर दिया है । कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की थी कि १८ दिसंबर को मतगणना के दौरान कम से कम २५ फीसदी वीवीपेट पर्चियों को इवीएम से क्रास वेरिफाइ किया जाए । याचिका में कहा गया था कि इवीएम में जो वोट पडे हैं, उनका मिलान वीवीपेड (वोटर वेरिफाइ पेपर ओडिट ट्रेल) पर्चियों से किया जाए । गौरतलब है कि गुरुवार को मतदान खत्म होने के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में गुजरात में बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया गया है । इसके पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने इवीएम में गडबडी की आशंका जताते हुए कहा कि एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत इसलिए दिखाई जा रही है कि नतीजे आने पर इवीएम पर सवार खडा न किया जा सके । उन्होंने गुरुवार शाम इसे लेकर टि्वट किया था । बता दें कि इसके पहले यूपी चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत के बाद भी ईवीएम में गडबडी का मुद्दा उठा था । आम आदमी पार्टी और बीएसपी समेत कई विपक्षी दलों ने इवीएम में गडबडी का आरोप लगाया था । आम आदमी पार्टी ने तो यहां तक कहा था कि ईवीएम को आराम से हैक किया जा सकता है । हालांकि चुनाव आयोग ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था । आपको बता दें कि ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों के मद्देनजर ही गुजरात में चुनाव में इस्तेमाल की गई सभी ईवीएम को वीवीपेट मशीनों से जोडा गया था । इस मशीन के जरिए मतदाता को यह सुनिश्चित करवाया जाता है कि उसने ईवीएम पर जिस प्रत्याशी को वोट दिया है, वास्तव में वोट उसी को गया है । मशीन के डिस्प्ले उसी प्रत्याशी के नाम की पर्ची नजर आती है और फिर वह पर्ची मशीन में रह जाती है ।
પાછલી પોસ્ટ