राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के बाद अब नए उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए मैदान सज चुका हैं । चुनावी मैदान में एनडीए के भाजपा नेता वेंकैया नायडू और विपक्ष के उम्मीदवार महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी आमने-सामने हैं । मंगलवार को दोनों उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए । सुबह पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने पर्चा भरा । वेंकैया के प्रति समर्थन जताने के लिए पीएम मोदी नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज, वित्तमंत्री जेटली, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे । वहीं, गोपालकृष्ण गांधी के नामांकन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जेडीयू नेता शरद यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी आदि मौजूद रहे । पर्चा दाखिल करने के बाद वेंकैया नायडू भावुक नजर आए । उन्होंने कहा कि पार्टी से जुड़ी भावनाओं को पीछे छोड़ना उनके लिए काफी पीड़ादायक हैं । उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर उन्हें गर्व हैं । उन्होंने कहा कि मैं चार दशकों से सार्वजनिक जीवन में हूं । एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर एक सांसद और केन्द्रीय मंत्री के तौर पर देश के अलग अलग हिस्सों में जाकर लोगों से मिलने का खूब मौका मिला । नायडू ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का भी धन्यवाद किया । इसके अलावा नायडू ने एनडीए के अन्य सहयोगियों का भी उनका समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया । बता दें कि मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पत्र भरने का आखिरी दिन भी हैं । भाजपा ने सोमनवार को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर वेंकैया के नाम की घोषणा की थी ।