अहमदाबाद सहित राज्य के 6 नगर निगमों में निर्वाचित विंग का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो गया। इसलिए इन सभी नगर निगमों की सत्ता अब कमिश्नर के हाथों में सौंप दिया गया है।लेकिन वह कोई नीतिगत निर्णय नहीं ले पाएंगे। वह केवल रूटीन काम-काज कर पाएंगे। मिल रही जानकारी के अनुसार, जूनागढ़ और गांधीनगर को छोड़कर, जामनगर, भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत नगर निगमों की सत्ता आज से नगर आयुक्त को हस्तांतरित कर दी जाएगी।जबकि रविवार को रात 12 बजे के बाद 6 निगमों के महापौरों, उप महापौर और नगरसेवकों का शासन समाप्त हो गया है।
उल्लेखनीय है कि निर्वाचित पदाधिकारियों का कार्यकाल 13 दिसंबर की रात 12 बजे समाप्त हो गया है। इसलिए, आज से, इन पदाधिकारियों को जनता के पैसे से जमा हुए टेक्स से मिलने वाली सारी सुविधाओं को वापस ले लिया गया।इतना ही नहीं जनता के वोट से चुने गए लोग आज अपने लेटरहेड का भी उपयोग नहीं कर पाएंगे। गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से स्थानीय निकाय चुनाव तीन महीने के लिए स्थगित कर दिए गए हैं। इससे पहले राज्य चुनाव आयोग ने नवंबर में चुनाव कराने की योजना बनाई थी।हालांकि अगले फरवरी में चुनाव होने की संभावना है। इसलिए इन 6 मनपा नगरसेवकों को दिए जा रहे लाखों रुपये का मासिक वेतन भुगतान 3 महीनों तक अब नहीं देना होगा।
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