गुजरात के साबरकांठा जिला में मौजूद खेड़ब्रह्म तहसील में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से बाजार को एक सप्ताह के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। स्थानीय लोगों ने खुद बाजारों को बंद करने का फैसला किया है। जिसके बाद 30 नवंबर से 6 दिसंबर तक खेड़ब्रह्मा पूरी तरह से बंद रहेगा। खेड़ब्रह्मा में एक सप्ताह के लिए सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक बाजारों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। खेड़ब्रह्मा में कोरोना के 70 नए मामले सामने आए हैं।खेडब्रह्मा शहर में 35 और खेडब्रह्म ग्रामीण में 33 मामले दर्ज हैं। इतना ही नहीं प्रांतिज, तलोद और इडर जैसे छोटे शहरों के बाद एक और शहर में स्वैच्छिक तालाबंदी की घोषणा की गई है।
राज्य के प्रांतिज और तलोद जैसे छोटे शहरों में कोरोना के प्रसार के बाद 25 नवंबर से 9 दिसंबर तक दो सप्ताह का स्वैच्छिक बंद घोषित किया गया था।इडर में भी कोरोना का कहर बढ़ने की वजह से स्वैच्छिक तालाबंदी की घोषणा की गई थी। इडर के बाजारों में आने वाले लोग सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे थे जिसकी वजह बाजारों को बंद रखने का फैसला किया गया था।
गुजरात में कोरोना का आंतक बढ़ता जा रहा है। कोरोना अब शहरों के बाद ग्रामीण इलाकों में भी दस्तक दे रहा है।साबरकांठा जिले के एपीएमसी बाजार में सब्जियों को बेचने के लिए लोगों की भारी भीड़ देखी गई थी। सब्जी मंडी में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है।बाजार में भारी संख्या में लोग बिना मास्क के दिखाई देते हैं। साबरकांठा जिले में अब तक कोरोना के 1,427 मामले सामने आए हैं। जिले में कोरोना के 131 सक्रिय मामले हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन कोरोना के मामले को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही।कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन किसी भी तरीके की कार्रवाई नहीं कर रही है।जिसकी वजह से जिला में कोरोना के बढ़ने का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है।
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