मई महीने में नियुक्ति प्रक्रिया में अप्रैल की तुलना में ४ प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है । रिपोर्ट के अनुसार बीपीओ/आईटीईएस और बीएफएसआई सेक्टर्स में सबसे अधिक हायरिंग हुई है । इन दोनों सेक्टर्स में टैलंट की डिमांड क्रमशः २४ प्रतिशत और १४ प्रतिशत बढ़ी है । ऑटोमोबाइल और कंसल्टिंग सर्विसेज सेक्टर्स में भी मई में टैलंट की डिमांड में अच्छी बढ़ोतरी हुई है । सीनियर प्रफेशनल्स की डिमांड में भी ५ पर्सेंट की वृद्धि हुई है । टाइम्सजॉब्स ने बताया, इसमें कोई शक नहीं है कि ऑटोमेशन से आईटी और आईटीईएस सेक्टर्स में नौकरियों में कमी आई है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इकनॉमिक ग्रोथ से नई नौकरियां भी पैदा हो रही है इसके पीछे टेक्नॉलजी में बड़ा बदलाव भी एक कारण है । सॉफ्टवेयर कंपनियों के संगठन नैस्कॉम ने पुष्टि की है कि फ्राइनैंशल ईयर २०१७ में आईटी सेक्टर में १ लाख ७० हजार नौकरियां जुड़ी हैं । इसके अलावा फ्राइनैंशल टेक्नॉलजी ने बीएफएसआई सेक्टर में बड़ा बदलाव हो रहा है और यह तेजी से बढ़ रहा है । टाइम्सजॉब्स के बिजनस हेड रामात्रेय कृष्णामूर्ति ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड आईटी ने बीपीओ/ आईटीईएस सेक्टर में १ लाख ४५ हजार नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए बीपीओ प्रमोशन स्कीम लॉन्च की है और इससे इस सेक्टर की ग्रोथ में तेजी आने के साथ ही रोजगार बढ़ाने में भी मदद मिलेगी । मई में टियर २ शहरों में अधिकतम हायरिंग हुई । इन शहरों में जयपुर में हायरिंग के लिहाज से सबसे अधिक ग्रोथ दर्ज की गई । जयपुर में हायरिंग की डिमांड २० पर्सेंट से अधिक बढ़ी है । फ्रेशर्स और २ वर्ष से कम का अनुभव रखने वाले प्रफेशनल्स की डिमांड ४ पर्सेंट बढ़ी है । ऑटोमोबाइल सेक्टर में हायरिंग की डिमांड १२ पर्सेंट, जबकि कंसल्टिंग सर्विसेज में १३ पर्सेंट अधिक रही । पिछले कुछ समय से मंदी का सामना कर रहे रियल एस्टेट सेक्टर में भी हायरिंग की डिमांड ९ पर्सेंट बढ़ी है ।
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