कोरोना संकट के बीच धीरे-धीरे गुजरात में ठंडी की एंट्री हो रहा है। सुबह ठंड का एहसास होता है लेकिन दोपहर होते ही भयंकर गर्मी पड़ने लगती है। गुजरात के कई जिलों में दोपहर बाद तापमान 36 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर जाता है। गुजरात में दोहरे मौसम की वजह से कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। दोहरे मौसम के मद्देनजर सर्दी, खांसी और वायरल बुखार का लोग बड़ी संख्या में शिकार हो रहे हैं। अहमदाबाद में पहली बार तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया वहीं वलसाड का तापमान 15.5 डिग्री दर्ज की गई। तापमान दर्ज होने वाली गिरावट की वजह से सुबह ठंडी का एहसास होता है।
गुजरात में कोरोना के नए मामलों की संख्या में दिन प्रतिदिन कमी जरुर दर्ज की जा रही है। लेकिन सर्दी के मौसम में नए मामलों में वृद्धि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। कोरोना काल में दोहरे मौसम की वजह से स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। पिछले कुछ दिनों में सर्दी, बुखार और खांसी की समस्या वाले रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दोहरे मौसम को लेकर आम आदमियों को कुछ सलाह भी दिए हैं। जैसे सुबह-सुबह कूलर और एसी के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसके साथ ही दिन में दो बार गर्म पानी से कुल्ला करना चाहिए। यदि सर्दी, बुखार या खांसी में राहत नहीं मिलती है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न जिलों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। आज भी राज्य के विभिन्न शहरों में तापमान 20 डिग्री के आसपास था जिसकी वजह से लोग सुबह ठंडी का एहसास कर रहे थे। मिल रही जानकारी के अनुसार ठंडी के मौसम में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए दोहरा मौसम गुजरात के लोगों के लिए एक और मुश्किल खड़ा कर सकती है।
પાછલી પોસ્ટ
આગળની પોસ્ટ