भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच संयुक्त राष्ट्र की कई एजेंसियां इससे निपटने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं सामाजिक आर्थिक प्रयासों को समर्थन दे रही हैं। भारत में कोरोना के मामले 43 लाख के पार हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि भारत में संयुक्त राष्ट्र टीम का नेतृत्व रेजिडेंट समन्वयक रेनाटा डेसालियन कर रहे हैं। डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूएनडीपी व आईएलओ आए आगे यह ‘सरकार नीत वैश्विक महामारी के स्वास्थ्य एवं सामाजिक आर्थिक परिणामों’ का समर्थन कर रही है जहां अब तक 43 लाख से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 80 लाख मामलों में संपर्कों का पता लगाने में मदद दी है जबकि संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने 22 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण में प्रशिक्षण दिया है और जीवन बचाने वाली सूचना के साथ 65 करोड़ बच्चों एवं परिवारों तक पहुंचा है। संयुक्त राष्ट्र की टीम ने निजी सुरक्षात्मक उपकरणों की भी आपूर्ति की है। दुजारिक ने कहा कि सबसे संवेदनशील लोगों तक पहुंचने के उद्देश्य से, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने एक लाख प्रवासी कामगारों को सामाजिक संरक्षण तक पहुंच देने और एक लाख सफाई कर्मियों तक सुरक्षा किटों और 4 हजार टन राशन पहुंचाने में मदद की है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने सुरक्षित कूड़ा निस्तारण विषय पर 5,300 सफाई कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। लॉकडाउन के दौरान मुसीबत में फंसी महिलाओं के लिए हेल्पलाइन डायरेक्टरी विकसित करने में मदद भी कर रहा है तथा प्रजनन एवं सेवाओं पर दिशानिर्देशों को समर्थन दिया है।