बीसीसीआई के वरिष्ठ पदाधिकारी राजीव शुक्ला और पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली को बोर्ड की ७ सदस्यीय कमिटी में शामिल किया गया हैं । यह कमिटी लोढ़ा समिती के कुछ विवादास्पद सुधारवादी कदमों का आकलन करेगी । कोर्ट के कुछ कदमों का राज्य इकाइयों ने विरोध किया हैं । पैनल के अन्य सदस्य टीसी मैथ्यू ए भट्टाचार्य, जय शाह, अनिरुद्ध चौधरी और बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी होंगे । समिति को अधिकार दिया गया हैं कि वह बीसीसीआई की आम सभा के विचार के लिए उपरोक्त आदेश के संदर्भ में कुछ गंभीर मुद्दो की पहचान करें । जिसे माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी सौंपा जा सके । सोमवार को मुंबई में बीसीसीआई की आम सभा की विशेष बैठक में समिति के गठन का फैसला किया गया था । बीसीसीआई ने बयान में कहा कि इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख १४ जुलाई २०१७ तय की गई हैं । इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए समिति से आग्रह किया जाता हैं कि अपनी बैठक के लिए जल्द कोई तारीख तय करें, जिससे कि उपरोक्त कार्य का अत्यंत आवश्यकता के तहत किया जाना सुनिश्चित हो और इसकी लिखित रिपोर्ट १० जुलाई २०१७ से पहले बांटी जा सके, जिससे कि आम सभा इस पर विचार कर सके और उपरोक्त सुनवाई से पहले इसे अंतिम रुप दे सके । बोर्ड ने कहा कि बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना को समिति की बैठक के बीच होने वाली चर्चा से नियमित तौर पर अवगत कराया जाएगा और अंत में इस रिपोर्ट को उन्हंे सौंपा जाएगा, जिससे कि वह इसे आम सभा के समक्ष रख सकें । बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना निजी कारणों से एसजीएम मे भी हिस्सा नहीं ले पाए थे । लोढ़ा समिति के सुधारवादी कदमों को लागू करने में जिन चार विवादास्पद सिफारिशों के कारण विलंब हो रहा हैं, उसमें एक राज्य का एक वोट, पदाधिकारियों का कार्यकाल के बाद ब्रेक पर जाना और राष्ट्रीय चयन पैनल में सदस्यों की संख्या शामिल हैं ।