प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए हुए हैं । वहां उन्होंने कहा कि भारत तथा अमेरिका आतंकवाद के अभिसाप को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं । साथ ही हमारे रणनीतिक संबंधों का तर्क निर्विवाद हैं । वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक से पहले अपनी टिप्पणी दी । इसमें उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ंसंबंध अगले कुछ दशकों में महत्वांकांक्षी क्षितिज, सम्मिलित कार्रवाई तथा साझा विकास के लिए पहले से भी अधिक उल्लेखनीय होगा । उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत तथा अमेरिका के साथ मिलकर काम करने से दुनिया को इसका लाभ मिलेगा । उन्होंने कहा कि पिछले से हमारे बीच परस्पर सुरक्षा तथा विकास को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों की फलदायी यात्रा रही हैं । मंै उम्मीद करता हूं कि अगले कुछ दशक महत्वकांक्षी क्षितिज, सम्मिलित कार्रवाई तथा साझा विकास की पहल से भी अधिक उल्लेखनीय होेंगे । पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने साल २०१६ में किस तरह अमेरिकी कांग्रेस से कहा था कि द्विपक्षीय संबंधों ने इतिहास के संकोच को खत्म कर दिया हैं । उन्होंने कहा कि एक साल बाद मैं फिर अमेरिका लौटा हूं और दोनों देशों के पहले से अधिक घनिष्ठता के साथ काम करने के प्रति आश्वस्त हूं । साथ ही उन्होंने हमारे साझा मूल्यों तथा हमारी प्रणालियों की स्थिरता की मजबूती से बढता होता हैं । हमारे लोगों तथा संस्थानों ने नवीकरण तथा पुनरुत्थान के एक औजार के रुप में तेज लोकतांत्रिक बदलाव को देखा हैं । वहीं उन्होंने कहा कि एक दूसरे के राजनीतिक मूल्यों और एक दूसरे की खुशहाली में विश्वास ने हमारे बीच के संबंधों के विकास को सक्षम बनाया हैं । रक्षा को अपनी साझेदारी का एक दूसरा परस्पर लाभकारी क्षेत्र करार देते हुए मोदी ने कहा कि अपने समाज तथा दुनिया को आतंकवादी ताकतों , कट्टरपंथी विचारधाराओं तथा गैर पारंपारिक सुरक्षा खतरों से सुरक्षित करने के क्षेत्र में भारत तथा अमेरिका दोनों देशों के हित समान हैं । उन्होने कहा कि आतंकवाद से निपटने में भारत के पास चार दशक का अनुभव हैं । हम इस अभिशाप को हराने के लिए अमेरिकी सरकार की प्रतिबद्धता को साझा करते हैं । दोनों देश मौजूदा तथा आने वाली उन रणनीतियों व सुरक्षा चुनौतियों से निपटने को लेकर साथ मिलकर काम कर रहे हैं । जो उन्हें अफगानिस्तान, पश्चिम एशिया, भारतीय प्रशांत के बड़े समुद्री क्षेत्र में प्रभावित करते हैं । साथ ही नए व साइबर क्षेत्र में अप्रत्याशित खतरों से निपटने के प्रति भी दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं ।