अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग में हुई हिंसा के बाद अब गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के प्रमुख बिमल गुरुंग और उनकी पत्नी आशा गुरुंग के खिलाफ पुलिस ने मर्डर केस दर्ज किया है । गत शनिवार को सिंगमड़ी में जीजेएम के ३ समर्थकों की हत्या कर दी गई थी । पुलिस ने इसी मामले में गुरुंग दंपती के खिलाफ मर्डर और षडयंत्र के आरोपों में केस दर्ज किया है । वहीं जीजेपी के नेता बिनय तमांग का दावा है कि जीजेएम समर्थकों की मौत पुलिस की फायरिंग से हुई थी । पर्यटन मंत्री गौतम देब ने कहा, अगर जीजेएम चाहे तो वह इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है । वहीं सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह गोरखालैंड के समर्थन में हैं । उन्होंने कहा, गोरखालैंड राज्य बनने से इस इलाके में दोबारा स्थायी तौर पर शांति और समृद्धि लौट आएगी और इससे सिक्किम को बड़ा फायदा होगा क्योंकि उसके विकास कार्य में इस तरह की बाधाएं नहीं आएंगी । तृणमूल कांग्रेस के सेक्रटरी पार्थ चटर्जी इस बीच दार्जिलिंग की स्थिति पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के लिए सिलीगुड़ी पहुंचे । लेकिन सीपीएम, कांग्रेस और बीजेपी इस बैठक में शामिल नहीं हुई । उनका कहना है, सीएम ममता बनर्जी के बिना बुलाई बैठक का कोई मतलब नहीं निकलता । वहीं जीजेएम ने भी इस बैठक का बहिष्कार किया है । बीजेपी सर्वदलीय बैठक की बजाय त्रिपक्षीय बैठक की मांग कर रही है । यह मीटिंग गुरुवार दोपहर १ बजे सिलीगुड़ी के सर्किट हाउस में होनी थी ।
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