अफगानिस्तान को लेकर अपनी नई रणनीति पर विचार कर रहा अमेरिका अब पाकिस्तान के साथ सख्ती दिखाने के मूड में हैं । अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को खत्म करने के लिए इस्लामाबाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए तैयार हैं । अमेरिका की मुख्य चिंता उन पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की हैं, जो कि अफगानिस्तान को निशाना बनाते हैं । पाकिस्तान के साथ निपटने के लिए ट्रंप प्रशासन जिन तरीकों पर बातचीत कर रहा हैं, उनमें ड्रोन्स हमले बढ़ना, पाकिस्तान को दी जा रही आर्थिक फंडिंग को रोकना और एक सहयोग देश के तौर पर इस्लामाबाद को दिए गए दर्जे को घटाने जैसे उपाय शामिल हैं । नाम न बताने की शर्त पर एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को यह जानकारी दी । कुछ अधिकारी ऐसे भी है, जो अमेरिका के इन प्रयासों की सफलता को लेकर बहुत उत्साहित नहीं हैं । उनका कहना है कि पाकिस्तान अपने यहां सक्रिय आतंकवादी संगठनों को मदद देना बंद करे , इसके लिए अमेरिका पहले भी बहुत कोशिश कर चुका हैं लेकिन इन प्रयासों का कोई खास नतीजा नहीं निकला । इसके अलावा पाकिस्तान के धुर विरोधी भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते पहले की तुलना में और मजबूत हो रहे हैं । ऐसे में अमेरिका की ये जाता कोशिशें कितनी कामयाब होगी । इस पर संदेह हैं ।अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वे पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाना चाहते हैं । उसके साथ अपने संबंध बिगाड़ना नहीं चाहते हैं । मालूम हो कि ट्रंप प्रशासन इन दिनों १६ साल से चल रहे अफगान युद्ध पर अपनी राजनीति की समीक्षा कर रहा हैं । अफगानिस्तान में स्थितियां सुधारने के लिए पाकिस्तान की भूमिका काफी अहम होगी । ऐसे में अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ सख्ती दिखाकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा ।