नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज अपनी सरकार के पांच साल के रिपोर्ट कार्ड को मीडिया के सामने रखा। आम आदमी पार्टी की सरकार के पांच साल के रिपोर्ट कार्ड को जनता के साथ धोखा बताते हुये भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार का रिपोर्ट कार्ड उनके कार्यकाल का लेखा जोखा होने की बजाय झूठ व भ्रम की वो रिपोर्ट है जिसे जनता के सामने रख कर, केजरीवाल एक बार फिर दिल्ली की जनता को गुमराह करने की नाकाम कोशिश कर रहे है। 70 वादे कर 74 झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री अपने रिपोर्ट कार्ड में अपनी ही सरकार का गुणगान कर रहे है जबकि सत्यता ठीक इसके विपरीत है।
शिक्षा को लेकर क्रांतिकारी परिवर्तन के तमाम बड़े दावे करने वाले मुख्यमंत्री पहले दिल्ली के लोगों को बतायें कि 500 नये स्कूल और 20 नये कॉलेज जिसका उन्होनें वादा किया था वो कहां है? दिल्ली में लगभग 21 लाख छात्र है जिनकों शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों की भारी कमी है जिसके कारण बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को 20 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति करनी थी लेकिन कार्याकाल दिल्ली सरकार का पूरा होने को आया और एक भी शिक्षक नियुक्त नहीं किया गया। क्लासरूम बनाने के नाम पर भ्रष्टाचार करने वाली केजरीवाल सरकार ने शिक्षा के नाम पर 2 हजार करोड़ से भी अधिक का घोटाला किया।
दिल्ली की शिक्षा में भ्रष्टाचार का पूर्णत बोलबाला कर दिल्ली के खजाने को लूटने का काम किया गया है। तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य के नाम पर झूठ का ढ़िढौरा पिटने वाली केजरीवाल सरकार दिल्ली के अस्पतालों में मूलभूत सुविधायें देने में पूरी तरह से फेल हुई है। रोगी कल्याण समिति जिसका गठन 2015 में आम आदमी पार्टी ने किया और जिसके चैयरमेन अपने ही विधायकों को बनाया। समिति के माध्यम से 75 लाख रूपये तक की सहायता रोगी कल्याण समिति में की जानी थी जिसमें 5 लाख रूपये का टॉप-अप करके हर वर्ष आवश्यकता अनुसार दिया जाना था।