शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मुंबई में मुलाकात के महज एक दिन बाद को शिवसेना ने जम्मू एवं कश्मीर और बंगाल की स्थिति को लेकर भाजपा पर निसाना साधा । शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना और दोपहर का समाना में एक संपादकीय में कहाकि अमित शाह का कहना है कि अगर महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव हुए तो वे उसमें जीत हासिल कर लेंगे । वे राष्ट्रपति चुनाव भी जीत सकते हैं। लेकिन जम्मू एवं कश्मीर में चल रही लड़ाई कौन जीतेगा । सेना ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि धरती पर मौजूद स्वर्ग ैसे ये स्थल इन दिनों बूरे दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों को केवल महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव जीतने की पड़ी हैं । संपादकीय में कहा गया है कि हम उन्हें शुभकामनाएं देते है हालांकि हम महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव जीतने या हारने को लेकर चींतीत नहीं हैं । हमारी सबसे बड़ी चिंता है कि क्या लंबे समय तक कश्मीर भारत के नक्शे पर रह पाएगा । संपादकीय के अनुसार भाजपा राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ एकजुट खड़ी है, वह महबूबा का समर्थन कर रही हैं, जो लापरवाही से बयानबाजी कर रही है, लेकिन संघ के किसी भी सदस्य ने उन्हें चुनौती देने का साहस नहीं किया । सेना ने कहा कि जब भी कश्मीर में हमारे सुरक्षा बल मुठभेड़ करते हैं या आतंकवादियों को मार गिराते हैं उसके बाद भारतीय सेना के शिविरों पर जवाबी हमले किए जाते हैं, जिनमें जवान शहीद होते हैं । पश्चिम बंगाल में अलगाववादी भारी हथियारों से लैस हैं और उन्हें विभिन्न गुटों से समर्थन मिल रहा हैं ।