नई दिल्ली। संसद का शीत सत्र आने में लगभग दो हफ्ते हैं अभी। ऐसे में सारे विपक्षी दल सरकार को घेरने के लिए गोलबंद होने लगे हैं। ऐसे में आज कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल सोमवार को बैठक कर रहे हैं। जिसमें आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, कृषि संकट और क्षेत्रीय समग्र आर्थिक समझौते जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी।
महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल के बीच दिल्ली पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। समाजवादी पार्टी और बसपा के इस बैठक में शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ है। कांग्रेस की कोशिश है कि आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, कृषि संकट और आरसीईपी के मुद्दों पर विपक्ष को लामबंद किया जाए।
इस बीच सूत्रों के मुताबिक, संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से कुछ दिनों पहले होने जा रही इस बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, वाम दल और कुछ अन्य पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी इन्हीं मुद्दों को लेकर मंगलवार से जिला एवं प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।
अगले महीने वह दिल्ली में बड़ी रैली भी करेगी जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।