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वॉल्मार्ट के सीईओ ने द्वारा प्रधानमंत्री को भेजा पत्र के जवाब में कैट ने भी पत्र भेजा

वॉलमार्ट के सीईओ द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत में स्थिर कारोबारी वातावरण बनाने के पत्र लिखने के एक दिन बाद आज कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (कैट ) ने प्रधानमंत्री मोदी को भेजे गए एक पत्र में वॉलमार्ट के सीईओ पर भारी हमला करते करते हुए कहा की यह पत्र एक रणनीति के रूप में भारत के आंतरिक मामलों और नीति निर्माण में हस्तक्षेप या मध्यस्थता करने की अनैतिक कोशिश है जिसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए ।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को भेजे पत्र में कहा कि देश के व्यापारियों का दृढ़ विश्वास है कि सरकार की आर्थिक नींव या नीति संरचना में कोई अस्थिरता नहीं है। “वैश्विक खिलाड़ियों द्वारा इस तरह की बयानबाजी और कुछ नहीं, बल्कि भारत के 45 लाख करोड़ खुदरा बाजार की बड़ी मौजूदा व्यावसायिक क्षमता में बढ़त पाने के लिए एक दबाव की रणनीति है और अनुचित और एकाधिकार व्यवसाय प्रथाओं में लिप्त होकर हमारी अर्थव्यवस्था को सीधे नियंत्रित करने की कोशिश है।

यह पत्र ऐसे समय पर भेजा गया है जब वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बहुत स्पष्ट रूप से एक सार्वजनिक बयान में बेहद सख़्ती से कहा कि ई-कॉमर्स कम्पनियों को किसी भी प्रकार से लागत से भी कम मूल्य पर माल देने अथवा क़ीमतों में कोई छूट देने या लिप्त होने का कोई अधिकार नहीं है। कैट ने अपने पत्र में कहा है की हम आपके ध्यान में लाना चाहते हैं कि जो लोग उपदेश दे रहे हैं वे पहले से ही दुनिया भर में कई प्रकार की अनैतिक और अनुचित व्यापारिक प्रथाओं में लिप्त हैं और कई बार दंडित किए गए हैं।

विभिन्न देशों में जांच का सामना कर रहे हैं। हाल ही में वॉलमार्ट को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भारत, ब्राजील, चीन और मेक्सिको में 2011 से संबंधित अवधि के लिए 283 मिलियन अमरीकी डालर का जुर्माना लगाया गया था। वॉलमार्ट को यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस एंड सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ऑफ यूएसए को उपरोक्त राशि का भुगतान करना पड़ रहा है ।

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