भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में संयुक्त रूप से सबसे कम मैचों में ३५० विकेट पूरे कर लिए हैं । साउथ अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम टेस्ट मैच के पांचवें दिन उन्होंने थेयुनिस डे ब्रूयन को आउट कर यह मुकाम हासिल किया । इसके साथ अश्विन ने सबसे कम मैचों (६६ टेस्ट) में यह मुकाम हासिल करने के मुथैया मुरलीधरन के रेकॉर्ड की बराबरी कर ली । श्रीलंका के इस दिग्गज स्पिनर ने ६६वें मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी । मुरली ने कोलंबों में बांग्लदेश के खिलाफ ६ सितंबर २००१ को ३५० का आंकड़ा छुआ था । अश्विन को इस मैच से पहले ३५० विकेट हासिल करने के लिए ८ विकेटों की दरकार थी । मैच की पहली पारी में उन्होंने सात विकेट लिए थे । मैच के ५वें और अंतिम दिन अश्विन ने डे ब्रूयन को बोल्ड कर इस वर्ल्ड रेकॉर्ड की बराबरी कर ली ।
भारत की ओर से अनिल कुंबले ने सबसे कम टेस्ट मैचों में ३५० टेस्ट विकेट हासिल किए थे । कुंबले ने न्यू जीलैंड के खिलाफ ८ अक्टूबर २००३ में अपने करियर के ७७वें टेस्ट (अहमदाबाद) में ३५० विकेट पूरे किए थे । हरभजन सिंह ने ८३ और कपिल देव ने १००वें टेस्ट में ३५० विकेट पूरे किए थे । टेस्ट करियर में ३५० विकेट लेने वाले अश्विन चौथे भारतीय गेंदबाज हैं । भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट अनिल कुंबले (६१९) ने लिए हैं । इसके बाद कपिल देव (४३४) और हरभजन सिंह (४१७) का नंबर आता है । भारत ने विशाखापत्तनम टेस्ट में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है । पहली पारी में भारत ने सात विकेट पर ५०२ रनों पर अपनी पारी घोषित की । इसके बाद साउथ अफ्रीका को ४३१ पर आउट कर ७१ रनों की बढ़त हासिल की । भारत ने अपनी दूसरी पारी ४ विकेट पर ३२३ रनों पर घोषित कर साउथ अफ्रीका के सामने ३९५ रनों का लक्ष्य रखा । चौथे दिन का खेल समाप्त होने मेहमान टीम का स्कोर एक विकेट पर ११ रन था ।
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