रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने इस वित्तीय वर्ष मंे संकट में चल रही अपनी टेलिकॉम कंपनी रिलायंस कॉम्युनिकेशंस से कोई सैलरी या कमिशन न लेने का फैसला लिया हैं । रिलायंस कॉम्युनिकेेशंस ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि यह फैसला कंपनी प्रमोटर्स की ओर से लिया गया हैं । कंपनी के स्ट्रेटेजिक ट्रॉन्सफॉर्मेशन के लिए यह फैसला लिया गया हैं । इसके अलावा आरकॉम की मैनेजमेंट टीम भी अपनी २१ दिन की सैलरी छोड़ेगी । देश की चौथी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी ने कहा कि यह कदम दिसम्बर २०१७ तक उठाए जाएगे । रिलायंस कॉम्युनिकेेशंस पर बकाया कर्ज को चुकाने के लिए बैकों से ७ महीने का वक्त मिलने के बाद कंपनी ने रकम बचाने की यह कवायद शुरु की हैं । पहली बार सालाना नुकसान और स्टॉक की कीमतोें में गिरावट के चलते रिलायंस कॉम्युनिकेशंस मुश्किल के दौर से गुजर रही हैं । इसके अलावा रिलायंस कॉम्युनिकेशंस ने एक बार फिर यह दोहराया कि एयरसेल और ब्रूकफील्ड के विलय की प्रक्रिया ३० सितम्बर तक पूरी हो जाएगी । कंपनी का कहना है कि इन डील्स के पूरा होने के बाद रिलायंस कॉम्युनिकेशन का ६० पर्सेट यानी करीब २५००० करोड़ रुपये का कर्ज समाप्त हो जाएगा ।
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