भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर मामले का फैसला 15 नवम्बर तक आ जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि फैसला हिन्दुओं के पक्ष में ही आएगा। क्योंकि देश के करोड़ों हिन्दुओं के आस्था से जुड़े सवाल पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता कोई जवाब नहीं दे सके हैं।
डा. सुब्रमण्यम स्वामी शनिवार को अयोध्या में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान डा. स्वामी ने कहा कि इससे पूर्व सन् 1994 में भी जब देश में नरसिम्हा राव की सरकार थी। उस समय भी जब सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि विवादित भूमि के विषय में सरकार का क्या मत है तो कहा गया था कि अधिग्रहित की गई भूमि सरकार की है। यदि न्यायालय उसे मंदिर के लिए देता है तो हमें कोई ऐतराज नहीं है। उन्होंने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदम्बरम के जेल जाने के सवाल पर कहा कि अभी देखते जाएं, कांग्रेस के कई बड़े घोटालेबाज नेता इसी प्रकार जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे।दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा एक बार सुप्रीम कोर्ट में हार जाने पर मुसलमानों को एहसास होगा। उन्होंने कहा कि मस्जिद कहीं भी बन सकती है, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है पर राम की पूजा रामजन्मभूमि पर ही हो सकती है।वहीं, कांग्रेस नेता पी चिदंबर की गिरफ्तारी पर स्वामी बोले कि सरकार के निशाने पर कई कांग्रेसी हैं। सोनिया गांधी जमानत पर हैं। शशि थरूर जमानत पर हैं। हुड्डा जमानत पर हैं। उन्होंने कहा कि पहले सोनिया गांधी को जेल भेजा जाना चाहिए।पाकिस्तान के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पाक के चार टुकड़े किए जाने चाहिए। एक मानवाधिकार सेंटर बनाना चाहिए जिसके जरिये बलूचिस्तान व सिंध में हो रहे मानवाधिकारों के हनन की रिपोर्ट रखनी चाहिए।देश की वर्तमान अर्थव्यवस्था पर स्वामी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गूंगे थे और एक अनपढ़ महिला के सामने सिर झुकाते थे, इसलिए उनके ज्ञान का कोई मतलब नहीं है। जबकि निर्मला सीतारमन का विषय कभी अर्थशास्त्र रहा ही नहीं है। इसलिए मंदी में उनका कोई कसूर नहीं है।