इनकम टैक्स रिटर्न भरते समय अगर आप कोई जानकारी देना भूल गए हैं या खर्च संबंधी कोई डीटेल देना आपसे छूट गया है तो चिंता मत कीजिए । टैक्स विभाग अब पहले की तरह सख्ती नहीं बरतेगा और तुरंत आपको इनकम टैक्स विभाग का धमकीभरा नोटिस नहीं थमाया जाएगा । विभाग टैक्सपेयर्स के साथ थोड़ा नरम रुख रखते हुए एसएमएस आदि के जरिए आपको आपकी चूक के बारे में सूचित करेगा । आयकर विभाग अब धमकभरी भाषा का इस्तेमाल किए बगैर टैक्स कलेक्शन बढ़ाने की कोशिश करेगा । सरकार ने इनकम टैक्स विभाग को आदेश दिया है कि वह किसी भी टैक्स पेयर्स को परेशान नहीं करेगा । इनकम टैक्स के अधिकारियों से कहा गया है कि वे टैक्स वसूली के लिए लोगों को जागरूक करें और प्रोत्साहन के जरिए टैक्स वसूली की कोशिश करें । सूत्रों ने बताया कि जैसे टीडीएस डिपॉजिट के लिए मेसेज भेजे जाते हैं, आईटीआर फाइल करने में गड़बड़ी की सूरत में उसी तरह टेक्स्ट मेसेज किए जा सकते हैं । रिटर्न फाइल करने के रिमाइंडर्स की तरह लेनदेन से जुड़े रिमाइंडर भी भेजे जा सकते हैं । मेसेज ऐसे हो सकते हैं, ढ्ढच में फलां ट्रांजैक्शन के बारे में जानकारी जरूर दें, अगर पहले ही डीटेल दे चुके हैं तो मेसेज को इग्नोर करें । एक अधिकारी ने बताया, हम टैक्सपेयर्स को बता सकते हैं कि अगर टीडीएस डिपॉजिट नहीं किया गया है तो डिपॉजिटर से चेक करें । सरकार ने कहा कि अगर कोई टैक्स जमा करने या फिर अन्य गड़बड़ी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय नियमों के अनुसार की जाए । जो भी कार्रवाई की जाए, उसका ऑनलाइन रेकॉर्ड रहे ताकि अगर किसी मामले में कोई शिकायत मिले तो तुरंत उसकी जांच की जा सके ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी टैक्स टेररिज्म पर भी सफाई दी । उन्होंने कहा कि टैक्स टारगेट पूरा किया जाएगा लेकिन उसके लिए अधिकारी किसी टैक्सपेयर को परेशान नहीं करेंगे । टैक्स टारगेट पहले से तय किया गया है । अधिकारियों को नियम के तहत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं ।