अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर पश्चिम बंगाल की सीएम व टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि हम इस बिल का समर्थन नहीं कर सकते, हम इस बिल के लिए मतदान नहीं कर सकते। उन्हें सभी राजनीतिक पार्टियों से बात करनी चाहिए थी। अगर आप स्थायी समाधान चाहते हैं तो आपको सभी को लेकर चलना होगा। ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि मुझे फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि वे अलग-थलग महसूस न करें। वे आतंकी नहीं हैं। उन्हें लोकतांत्रिक संस्थानों के हित में जारी किया जाना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को संसद में विरोध जताया था। पार्टी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर केंद्र सरकार ने संवैधानिक नियमों को दरकिनार किया है। डेरेक ने कहा है कि कश्मीर की शांति और खुशहाली को नष्ट करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सोची-समझी रणनीति के तहत यह निर्णय लिया है। पार्टी इसका समर्थन नहीं करेगी। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया और वाकआउट किया।