कन्फ़ेडरेशनऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (कैट)जो ई कॉमर्स व्यवसाय में पिछले अनेक वर्षों से विभिन्न विसंगतियों एवं ई कामर्स कम्पनियों द्वारा अस्वस्थ तरीक़े अपनाने पर लगातार आवाज़ उठाता रहा है ने यूरोपीय संघ द्वारा अमेजन के प्रतिस्पर्धी-विरोधी आचरण के ख़िलाफ़ जांच करने के निर्णय का स्वागत किया है ।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यूरोपीय संघ द्वारा जांच शुरू करने से कैट की शिकायतों को सही ठहराया जा सकता है जो कि भारत में व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन करने वाले वैश्विक ई-कॉमर्स खिलाड़ियों के खिलाफ की जा रही है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन विक्रेताओं से मिली जानकारी के अनुसार अमेज़ॅन की एक प्लेटफॉर्म के रूप में दोहरी भूमिका है। यह खुदरा विक्रेता के रूप में अपनी वेबसाइट पर उत्पाद बेचता है। यह एक बाज़ार प्रदान करता है जहाँ स्वतंत्र विक्रेता सीधे उपभोक्ताओं को उत्पाद बेच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐमज़ान में क्लाउड टेल और अप्परीयो तथा फ्लिपकार्ट में रिटेलनेट, ओम्नीटेक रिटेल, सुपरकॉमनेट आदि में कुछ नियंत्रित विक्रेताओं द्वारा बड़ा व्यापार किया जाता है और अन्य व्यापारियों को व्यापार का मौक़ा ही नहीं मिलता ।भारत में ई-कॉमर्स बाजार को बहुत पहले से ही काफ़ी विषाक्त है और अनेक शिकायतों के बावजूद भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
यह ध्यान देने योग्य है कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अब इस मामले पर ध्यान दिया है और कड़ी चेतावनी दी है कि सरकार द्वारा किसी भी पूर्ववर्ती मूल्य निर्धारण या किसी भी अनुचित व्यवहार की अनुमति नहीं दी जाएगी। खंडेलवाल ने गोयल से आग्रह किया है कि यह समय है कि सरकार को ईकॉमर्स मार्केटप्लेस सेक्टर की उसी तरह से जांच करनी चाहिए जिस तरह से ईयू की जांच करने की योजना है।