विरमगाम के मांडल तहसील के वरमोर गांव में दलित युवक की हत्या के केस में ग्रामीण पुलिस ने शनिवार को और एक आरोपी तथा युवती के पिता दशरथसिंह झाला को हिरासत में लिया गया । दूसरी तरफ, घटना हुई उसी दिन से ही युवती लापता होने से ग्रामीण पुलिस ने अलग-अलग ४ टीमें बनाकर युवती की खोजबीन शुरू कर दी है । पुलिस ने युवती की खोजबीन करने के लिए उनके पिता की पूछताछ शुरू कर दी है । दूसरी तरफ लापरवाही बरतने वाले १८१ अभयम हेल्पलाइन की काउंसलिंग करने वाली भाविका भगोरा और महिला पुलिस कर्मचारी अर्पिता को सस्पेन्ड कर दिया गया है ।
गांधीधाम के युवक हरेश सोलंकी तथा वरमोर गांव की युवती उर्मिला कडी गांव की कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एक-दूसरे के प्रेम में थे और उसके बाद शादी कर लिया । हरेश सोलंकी दलित युवक था जबकि उर्मिला दरबार जाति की थी ।
उर्मिला के इस कदम से नाराज इसका परिवार दो महीने से इसे वरमोर गांव में लेकर आये थे और गांधीधाम पति के घर पर वापस नहीं भेजी गई थी । इसी वजह से हरेश सोलंकी ने उर्मिला के परिवार को समझाने के लिए १८१ अभयम हेल्पलाइन की सहायता मांगी थी । १८१ अभयम की काउंसलिंग अधिकारी भाविकाबहन भगोरा तथा वुमन पुलिस कॉन्स्टेबल अर्पिताबहन और ड्राइवर सुनील के साथ हरेश सोलंकी को लेकर गत सोमवार को वरमोर गांव में गये थे । युवक सिर्फ उनके घर का रास्ता बताने के लिए साथ में गया था । इसके बाद भाविकाबहन तथा कॉन्स्टेबल अर्पिता बहन ने उर्मिला के पिता दशरथसिंह झाला को समझाने की कोशिश करने पर समाधान के लिए उन्होंने करीब एक महीने का इंतजार करने के लिए कहा था । इसी वजह से दशरथसिंह झाला भाविका तथा अर्पिता को गाडी तक महुवा साथ में आये । शाम को ७ बजे के करीब हरेश ड्राइवर की सीट के बगल में बैठा था तब अचानक एक गुट शस्त्रों के साथ आया और हरेश पर तलवार के द्वारा हमला करके हत्या कर दी गई । इस मामले में मांडल पुलिस ने युवती के पिता सहित ८ लोगों के विरूद्ध अपराध दर्ज करके जांच शुरू कर दी है ।