यूपी के आगरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सोमवार सुबह हुए भीषण बस हादसे में २९ लोगों की मौत हो गई जबकि १६ लोग घायल हो गए । यूपी रोडवेज की डबल डेकर बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी और ४० फीट गहरे नाले में जा गिरी । शुरुआती जांच में पता चला है कि ड्राइवर को झपकी आ गई थी जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ । आंकड़ों पर अगर गौर करें तो यूपी की राजधानी को देश की राजधानी से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे मौत का एक्सप्रेस-वे बनता जा रहा है । रविवार देर रात को ही एक्सप्रेस-वे पर एक और हादसा हुआ था । आगरा के एत्मादपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे पर खराब टायर को बदल रहे एक ट्रक ड्राइवर को किसी वाहन ने कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गई । यमुना एक्सप्रेस-वे पर सोमवार के हादसे में मारे गए लोगों की संख्या को अगर मिला दें तो इस साल अब तक २४७ सड़क दुर्घटनाओं में १२७ लोगों की मौत हो चुकी है । यही नहीं वर्ष २०१८ का साल भी हादसों से भरा रहा था । वर्ष २०१८ में ६५९ सड़क दुर्घटनाओं में ११० लोगों की मौत हो गई थी । सोमवार की घटना के बारे में लखनऊ यूपीएसआरटीसी के एआरएम अंबरीन अख्तर ने कहा, हादसे का शिकार बस ४५ वर्षीय कृपा शंकर चौधरी चला रहे थे और सड़क दुर्घटना के मामले में उनका अब तक का शून्य रिकॉर्ड रहा है । हमें उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है । उधर, राज्य सरकार ने इस हादसे के संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं । इस एक्सप्रेस-वे की देखरेख करने वाली जेपी इंफ्राटेक सोमवार शाम तक अपनी रिपोर्ट देगी । एम योगी आदित्यनाथ ने सभी पीड़ित परिवारों को ५ लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है । इस हादसे में मारे गए सत्य प्रकाश शर्मा की पत्नी मंजू शर्मा ने बताया कि बस बहुत तेजी से जा रही थी और अचानक यह डिवाइडर से टकरा गई और नाले में गिर गई । मंजू के सिर और पीठ में चोटें आई हैं । रायबरेली की रहने वाली सुनीता ने कहा, हम बस में सो रहे थे जब यह नाले में गिर गई । बस गिरते ही अफरातफरी की स्थिति थी और पानी अंदर घुस गया । हर कोई मदद के लिए चिल्ला रहा था । हादसे के बादे मैंने अपने पति और बेटी को नहीं देखा ।
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