दंगल और सीक्रेट सुपरस्टार फिल्म की अभिनेत्री जायरा वसीम के ऐक्टिंग छोड़ने के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। शिवसेना और बीजेपी ने धर्म को आधार बनाकर ऐक्टिंग करियर छोड़ने के फैसले दो दबाव में लिया फैसला बताया। जायरा ने रविवार को ही 6 पेज के लंबे नोट में फिल्म लाइन छोड़ने के फैसले की जानकारी दी थी। जायरा का कहना है कि इस चकाचौंध और सफलता की कहानी उन्हें लगातार ईश्वर और ईमान से दूर कर रहा था।
सभी कॉमेंट्स देखैं अपना कॉमेंट लिखेंशिवसेना ने जायरा के धर्म के नाम पर अभिनय की दुनिया को छोड़ने के फैसले की आलोचना की। कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल हुईं प्रियंका चतुर्वेदी ने जायरा के फैसले पर ट्विटर पर लंबी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया, आप अपनी आस्था का पालन कर सकते हैं अगर यह आपको आकर्षित कर रहा है, लेकिन कृप्या अपने करियर का फैसला धर्म को आधार बनाकर न करें। यह आपके धर्म को असहिष्णु बताता है जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। यह उनके धर्म (जायरा वसीम) के लिए भी एक बड़ा प्रतिगामी कदम है और इस गलत धारणा को और पुष्ट करता है कि इस्लाम में सहिष्णुता की जगह नहीं है।
बीजेपी ने भी जायरा वसीम के फिल्म लाइन छोड़ने के फैसले को दबाव में लिया फैसला बताया। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने एक मीडिया चैनल से कहा, ‘धर्म के आधार पर ऐक्टिंग छोड़ने का फैसला दबाव में लिया हुआ फैसला लग रहा है। वह लगातार कट्टरपंथी समूहों के निशाने पर भी थीं। दूसरी तरफ नैशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर उमर अब्दुल्ला ने जायरा के फैसले का सम्मान करने की सीख सबको दी। बता दें कि कश्मीरी मूल की जायरा के फिल्मों में काम करने के कारण उन पर कट्टरपंथियों ने कई बार जुबानी हमले भी किए थे।