‘कट मनी’ यानी सरकारी योजनाओं के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों से लिए जाने वाले घूस को लेकर पश्चिम बंगाल में बवाल जारी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘कट मनी’ वापस करने के फैसले के चार दिन बाद बिरभूम जिले के टीएमसी नेता ने 2.25 लाख रूपये वापस लौटा दिए हैं। माना जा रहा है कि ममता बनर्जी कट मनी को लेकर कानून भी लाने पर विचार कर रहीं हैं।
लगभग 141 लोगों को 1 हजार 600 रुपये की रकम वापस की गई, जो उनसे सरकारी योजनाओं में लाभ दिलाने के लिए ली गई थी। टीएमसी ने इस बात से इंकार कर दिया है की ये ‘कट मनी’ है।
टीएमसी के ब्लॉल अध्यक्ष नुरुल इस्लाम ने कहा है कि ये मनरेगा के तहत काम करने वाले लोगों का पैसा है, जो एक साथ दिया जा रहा है। ममता ने कड़ा कदम उठाते हुए पार्टी नेताओं को निर्देश दिया था कि जिन लोगों से विभिन्न सरकारी योजनाओं के नाम पर रुपये वसूले हैं, उनका रुपया वापस जल्द से जल्द वापस कर दिया जाए। बीते सप्ताह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विशेष बैठक की थी, तब उन्होंने पार्टी पार्षदों को कहा था कि राज्यभर में लोगों से आवास योजना के नाम पर 25 फीसद रुपये वसूले गए हैं। ये सारे रुपये लोगों को लौटाया जाए। इसके बाद से राज्यभर में बवाल मचा हुआ है। आम लोगों ने तृणमूल नेताओं का घेराव कर ‘कट मनी’ वापस मागना शुरू कर दिया है।