सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी और बरगाड़ी गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी के आरोपी मोहिंदरपाल बिट्टू की पटियाला की नई नाभा जेल में दो कैदियों द्वारा की गई हत्या से पंजाब का माहौल गरमा गया है । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मामले की जांच का आदेश देते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है । आरोपी हत्या के अपराध में सजा काट रहे थे । दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है । गौरतलब है कि बिट्टू को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था । बताया जा रहा है कि बिट्टू की हत्या लोहे की सरिया सिर पर मारकर की गई है । उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । आरोपियों की पहचान गुरसेवक सिंह और मनिंदर सिंह के रूप में हुई है । पटियाला रेंज के आईजी एएस राय ने आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी है । उन्होंने कहा है कि जांच की जा रही है । सूत्रों की मानें तो बिट्टू का परिवार काफी समय से उसकी जान को खतरा बताकर नाभा जेल से उसको शिफ्ट करने की मांग कर रहा था । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आरोपियों को सख्त सजा मिले । उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है कि तथ्यों की जांच का आदेश दे दिया गया है और ३ दिन में रिपोर्ट मांगी गई है । साथ ही, सीएम ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास नहीं करने और शांति बनाए रखने की अपील की है । बिट्टू डेरा की राज्य समिति का सदस्य था । उस पर फरीदकोट के बरगाड़ी में २०१५ में गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने के आरोप में तीन अलग-अलग मामलों में केस किया गया था । अगस्त २०१७ में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद से फरार चल रहे बिट्टू को पिछले साल ७ जून को हिमाचल प्रदेश के पालमपुर से गिरफ्तार किया गया था । उसे सीबीआई की अदालत ने बरगाड़ी मामले में जमानत दे दी गई थी लेकिन वह दूसरे मामलों में जेल में बंद था और उस पर केस चल रही था । उसके खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने, सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करने की एफआईआर मोगा पुलिस स्टेशन में दर्ज थी ।