प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने चिकित्सकों पर हुए हमले को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि डॉक्टरों पर सिमी और अन्य आतंकवादी समूह से जुड़े लोगों ने हमले किए हैं। न सिर्फ डॉक्टरों पर बल्कि राज्यभर में लोगों पर जो हमले हो रहे हैं उसमें आतंकवादी समूह के लोग शामिल हैं। घोष ने कहा कि उन पर भी 50 बार हमले हुए। इस राज्य में कोई सुरक्षित नहीं हैं। चिकित्सकों को सचिवालय में बुलाने पर अड़ी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए दिलीप घोष ने कहा कि डॉ क्यों जाएंगे ममता के पास? वह ऐसी कौन सी शख्सियत हैं कि वह आंदोलनरत चिकित्सकों के पास नहीं जा सकती हैं। ममता बनर्जी कानून को नहीं मानती हैं।
राज्यपाल, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति का सम्मान नहीं करती, ऐसे में उम्मीद करती हैं कि उनका सम्मान दूसरा करें तो यह संभव नहीं है। इस दौरान घोष ने डाक्टरों की हड़ताल को आम जनता के लिए परेशानदेह बताते हुए इसे अविलंब समाप्त करने की जरूरत बताई। दोनों पक्षों को बातचीत से इसका समाधान निकालना चाहिए। उक्त मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने हुगली जिले के सालेपुर ग्राम पंचायत के 8 सदस्यों को झंडा थमाकर पार्टी में शामिल किया। उन्होंने दावा किया कि ये सभी तृणमूल के सदस्य हैं। इस पंचायत में कुल सदस्यों की संख्या 14 है जिनमें से 8 भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा घोष ने प्रदेश मुख्यालय के बाहर बने मंच पर कई लोगों को भाजपा में शामिल किया। इसके पहले उन्होंने नेशनल लाइब्रेरी में कई यूनियनों के सैकड़ों लोगों को भाजपा में शामिल किया। इस दिन भाजपा नेता मुकुल राय ने भी दर्जनों तृणमूल कार्यकर्ताओं को झंडा थमाकर भाजपा में शामिल किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि ममता बनर्जी यह तय करने वाली कोई नहीं होती हैं कि बंगाल में कौन क्या भाषा बोलेगा। पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ने उत्तर 24 परगना जिले के कांचरापाड़ा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि बंगाल में रहने वाले हर किसी को बांग्ला बोलना पड़ेगा। इससे संबंधित सवाल के जवाब में दिलीप ने कहा कि, हम कौन-कौन सी भाषा बोलेंगे, क्या खाएंगे, क्या पहनेंगे, यह तय करने का अधिकार ममता बनर्जी का नहीं है। 21 जून को देशभर में मनाए जाने वाले योग दिवस को पश्चिम बंगाल सरकार ने महानगर के रेड रोड पर आयोजित करने की अनुमति नहीं दी है। इसे लेकर भी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार नमाज पढ़ती है इसलिए वह स्थान उनका हो गया है। किसी और को नहीं देगी। घोष ने कहा कि, हम कोशिश कर रहे हैं कि रेड रोड पर योग दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया जा सके। इसकी अनुमति मिलती है तो ठीक है नहीं तो पिछले वर्ष की तरह शहीद मीनार मैदान में उक्त कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।