स्टेट बैंक ओफ इंडिया की एक इंटरनल रिपोर्ट में कहा गया है कि बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से लोन रिकवरी की संभावना बहुत कम है । देश के सबसे बडे बैंक को इस लोन अकाउंट से करीब ९०० करोड रुपये का नुकसान हो सकता है । एसबीआई की अगुवाई में १४ बैंको का विजय माल्या की एयरलाइन कंपनी में एक्सपोजर ५००० करोड रुपये से अधिक है । इसमें ब्याज की रकम शामिल नही है । वहीं, एसबीआई का फंड बेस्ट एक्सपोजर करीब १२०० करोड रुपये का है, जिसमें से ज्यादातर रकम के रिकवर होने की उम्मीद नहीं है । एसबीआई के प्रवक्ता ने इस बारे में बताया, बैंक इंडिविजुअल लोन अकाउंट्स के बारे में कोमेंट नही करता । किंगफिशर लोन डिफोल्ट मामले में एक्शन लेने के लिए सरकार माल्या को ब्रिटेन से देश लाने की कोशिश कर रही है । कथित मनी लोन्ड्रिग के मामले में पुछताछ के लिए भी जांच एजेंसियो को उनकी तलाश है । हालांकि, माल्या ने किसी भी गडबडी के आरोप से इनकार किया है । एसबीआई की यह रिपोर्ट तीन महीने पुरानी है, जिसे ईटी ने भी देखा है । इसमें कहा गया है कि माल्या ने १५६५ करोड रुपये की संपत्ति लोन के लिए गिरवी रखी थी, जिसे बेचने से ११०० करोड रुपये रिकवर किए जा सकते है । इसमें गोवा में माल्या का किंगफिशर विला भी शामिल है, जिसे अप्रैल में ७३ करोड रुपये में बैंको ने बेचा था । बैंक ने इसकी मार्केट वैल्यु ८५ करोड रुपये लगाई थी । इस रिपोर्ट से वाकिफ एक सिनियर बैंक एग्जिक्युटिव ने बताया, किंगफिशर एयरलाइंस के ब्रैड्स के खरीदार नहीं मिल रहे है, जिनकी वैल्यु ३१५ करोड रुपये तक लगाई गई है । ब्रैड्स को तो भुल ही जाइए, अब तक तो हम मुंबई में किंगफिशर हाउस जैसी रियल एस्टेट संपत्ति को नहीं बेच पाए है । पिछले महीने इस संपत्ति को बेचने के लिए पांचवी नीलामी हुई थी, लेकिन रिजर्व प्राइस को घटाकर ९३.५० करोड रुपये करने के बावजुद इसके लिए कोई खरीदार नहीं मिला था । शुरु में इसके लिए रिजर्व प्राइस १०७ करोड रुपये रखा गया था ।
આગળની પોસ્ટ