खरीफ की फसल बोने के लिए बादलों से आस लगाए किसानों को मॉनसून से करारा झटका लग सकता है । मौसम वैज्ञानिक समर चौधरी के मुताबिक इस साल मॉनसून कमजोर रहने की आशंका है ।
चौधरी ने निजी वेदर एजेंसी स्काइमेट को बताया कि अगले दो दिनों में मॉनसून केरल में दस्तक दे सकता है । दिल्ली-एनसीआर में मॉनसून आमतौर पर जून के आखिरी सप्ताह तक दस्तक देता है, लेकिन इस साल यह १० से १५ दिन तक लेट हो सकता है । यही नहीं समर चौधरी ने कहा कि प्री-मॉनसून बारिश भी बेहद कम है और यह ६५ साल में दूसरा मौका है, जब इतनी कम वर्षा हुई है । सामान्य तौर पर प्री-मॉनसून बारिश १३१.५ मिलीमीटर तक होती है, लेकिन इस साल यह ९९ मिलीमीटर ही हुई है । मॉनसून के आगमन वाले क्षेत्रों में अल-नीनो के सक्रिय हो जाने के चलते यह स्थिति पैदा होती दिख रही है । गौरतलब है कि उत्तर भारत, मध्य भारत और देश के पश्चिमी प्रांतों समेत अधिकतर हिस्सों में गर्मी का कहर जारी है । पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में बीते कई दिनों में पारा ४८ के पार तक पहुंचा है । ऐसे में मॉनसून में देरी की आशंका से साफ है कि अभी गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है । मॉनसून में देरी की खबर इकॉनमी के लिए भी चिंताजनक है ।
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