टेरर फंडिग के मामले को लेकर अलगाववादी पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है । राष्ट्रीय जांच एजेंसी के छापे के बाद जम्मु कश्मीर पुलिस ने घाटी में होने जा रही अलगाववादी नेताओं की बैठक को भी रोक दिया है । यह बैठक हुरियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के घर होने वाली थी । पुलिस ने न केवल गिलानी का घर सील कर दिया बल्कि यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया है । अलगाववादी नेता मीरवाइज फारुक को भी नजरबंद कर लिया गया है । गिलानी के घर केवल परिजनों को जाने की इजाजत है । गिलानी के घर में बैठक के बाद अलगाववादी नेता प्रेस कोनफ्रेंस करने वाले थे । पुलिस ने इस बैठक की जानकारी मिलते ही सैयद अली शाह गिलानी के घर पर जवानो को तैनात इसे सील कर गिया । गिलानी घर में पहले से नजरबंद है । इस बीच यासीन मलिक ने घर से निकलने की कोशिश की तो जम्मु कश्मीर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया । कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए अलगाववादी नेताओं की टेरर फंडिग के मामले की जांच कर रही एनआईए लगातार छापेमारी कर रही है । रविवार को भी एनआईए ने कश्मीर में अलगाववादी नेताओं के आवासो और अन्य ठिकानो पर फिर से छापा मारा । एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया, तलाशी के दौरान कुछ हजार पाकिस्तानी रुपये और युएई एवं सउदी अरब की मुद्रा के साथ ही आपत्तिजनक दस्तावेज मिले और उन्हें जब्त किया गया । अधिकारीयो ने बताया कि सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले तहरीक ए हुर्रियत के प्रवक्ता अयाज अकबर और गीलानी एक अन्य करीबी सहयोगी पीर सैफुल्ला के घर पर छापा मारा गया । इसी तरह की कार्रवाई जम्मु में एक कारोबारी के आवास और गोदाम पर की गयी जिसके बारे में एनआईए अधिकारीयो का मानना है कि वह सीमा पार कारोबार घोटाले में संलिप्त है । चूंकि कश्मीर के उडी और जम्मु के चाकन दा बाद में आर पार का कारोबार बार्टर व्यवस्था पर आधारित है ऐसे में कुछ कारोबारियो ने अपने बिलो को बढा चढाकर पेश किया । भुगतान में अंतर का बाद में घाटी में विध्वंसक गतिविधियो को बढावा देने में इस्तेमाल हुआ ।
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