राजद्रोह के काफी संवेदनशील और गंभीर मामले में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और उसके सहयोगियों के खिलाफ चार्जफ्रेम का सिलसिला सेशन्स कोर्ट में चल रहा हैं ।तब आज हार्दिक पटेल समेत के आरोपी द्वारा कोर्ट में ऐसी पेशकश की गई हैं कि इस मुद्दे पर क्वोशिंग पिटिशन (शिकायत रद्द करने की याचिका) सुप्रीम कोर्ट में पेन्डिंग हैं । तब यह कोर्ट को फिलहाल चार्जफ्रेम की प्रक्रिया स्थगित रखनी चाहिए । हालांकि आरोपी पक्ष की यह पेशकश का सरकार द्वारा विरोध किया गया हैं । सरकार द्वारा इस मामले में जवाब पेश करने समय की मांग करने पर कोर्ट में मंगलवार का दिन तय किया हैं । जिससे अब १३ जून को सरकार अपना जवाब पेश करेगी । राजद्रोह के सनसनीभरे मामले में सेशन्स कोर्ट की गंभीर नाराजगी के बाद आज हार्दिक पटेल और उसके सहयोगी आरोपियों दिनेश पटेल, चिराग पटेल और केतन पटेल कोर्ट में उपस्थित रहे थे । हार्दिक पटेल समेत के आरोपी द्वारा कोर्ट के सामने पेशकश की गई थी कि इस मामले में तपासनीश एजेन्सी द्वारा दर्ज की गई शिकायत रद्द करने के लिए आरोपी पक्ष द्वारा सुप्रीमकोर्ट में ओलरेडी क्वोसिंग पिटीशन दाखिल की गई हैं । उसकी सुनवाई तीन जजों की पीठ में पेन्डिंग हैं । तब ज्युडिशियल डिसीप्लीन के हिस्सेरुप यह कोर्ट ने चार्जफ्रेम की प्रक्रिया सुप्रीमकोर्ट में मामला निर्णित नहीं हो तब तक पेन्डिग रखनी चाहिए । हालांकि राज्य सरकार द्वारा स्पेशल पब्लीक प्रोसीक्युटर अमित पटेल ने कहा कि मेटर सुप्रीमकोर्ट में पेन्डिंग हैं यह बात सही हैं लेकिन सुप्रीम ने ऐसा कोई स्टे नहीं रखा है कि चार्जफ्रेम नहीं हो सकती ।